नापासर टाइम्स। बीकानेर के खाजूवाला में दलित युवती से गैंगरेप और हत्या मामले में पुलिस कॉन्स्टेबल मनोज को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं, मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई की गिरफ्तारी के लिए पच्चीस हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। दरअसल, मनोज और दिनेश दोनों का एक सीसीटीवी सामने आया है। इसमें दोनों पीड़िता को अस्पताल में ले जाते दिख रहे हैं। फिर मौके से भाग जाते हैं। भारतीय जनता पार्टी की एक टीम भी खाजूवाला पहुंची है। जो पीड़ित परिवार के साथ बातचीत कर रही है। वहीं, अब तक की जांच में सामने आया है कि पीड़िता की मौत ज्यादा खून बहने से हुई थी।
दरअसल, गैंगरेप और हत्या के 4 दिन बाद भी पुलिस ने अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। जबकि दोनों कॉन्स्टेबल मनोज और भागीरथ पुलिस की हिरासत में हैं। खाजूवाला में घटना के बाद शुक्रवार को बाजार बंद रखे गए। क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि पुलिस पूरे मामले में कार्रवाई नहीं कर रही है। खाजूवाला के मुख्य बाजार सहित अन्य क्षेत्रों में दुकानों को पूरी तरह बंद रखा गया।
मोर्चरी के आगे अभी भी सैकड़ों की संख्या में लोग जुड़े हुए हैं। पीड़ित परिवार के लगभग सभी सदस्य मॉर्चरी के आगे ही धरने पर बैठे हैं। शव लेने से मना कर रहे हैं। 4 दिन में बॉडी की स्थिति भी खराब हो रही है। ऐसे में पुलिस पोस्टमार्टम करने व अंतिम संस्कार करने का दबाव बना रही है।
भाजपा की टीम मौके पर
बीजेपी की जांच कमेटी के तीनों सदस्य खाजूवाला पहुंच गए हैं। इसमें विधायक अनिता भदेल, जोधपुर की मेहर विनीता सेठ और भाजपा के नेता अनुसूचित जनजारी मोर्चा के अध्यक्ष कैलाश मेघवाल भी पहुंच गए हैं। इन लोगों ने धरना स्थल पर बैठकर विरोध दर्ज करवाया। तीनों सदस्यों ने कहा- जब तक पीड़िता को नहीं न्याय नहीं मिलेगा। तब तक धरने से नहीं उठेंगे। ये टीम खाजूवाला में आज मामले की पड़ताल कर प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को रिपोर्ट देंगे।
*मुख्य आरोपी पर इनाम घोषित*
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने इस मामले के मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। जबकि दो आरोपी बर्खास्त कॉन्स्टेबल मनोज और निलंबित कॉन्स्टेबल भागीरथ पुलिस की हिरासत में है। बताया जा रहा है कि अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
*घटना के बाद के वीडियो भी सामने आए*
अब मंगलवार को हुई गैंगरेप की घटना के बाद के वीडियो भी सामने आए हैं। मंगलवार दोपहर गैंगरेप के बाद हालत बिगड़ने पर आरोपी दिनेश बिश्नोई और कॉन्स्टेबल मनोज उसे कार में अस्पताल ले गए। नर्स और अटेंडेंट की मदद से उसे स्ट्रेचर पर डाला। मनोज ने अंदर जाकर स्थिति की जानकारी ली। कुछ ही देर में वह वापस बाहर आया और दोनों आरोपी वहां से फरार हो गए। डॉक्टरों के अनुसार युवती को अस्पताल लेकर आए तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
*थाने से सात पुलिसकर्मी हटाए*
युवती का गैंगरेप और हत्या की घटना के बाद खाजूवाला थाने से 7 पुलिसर्मियों का तबादला कर दिया गया है। दरअसल तीन साल से एक ही थाने में जमा जिले के 13 पुलिसकर्मी बदले गए हैं, इनमें सात खाजूवाला थाने के हैं।
*ज्यादा खून बहने से हुई युवती की मौत, विसरा की जांच होगी*
गैंगरेप की शिकार दलित युवती की मौत प्रथम दृष्टया अधिक खून बहने से मानी जा रही है। मेडिकल बोर्ड ने गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम किया। उसका विसरा जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है। मेडिकल टीम के सदस्यों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि मृतका के शरीर पर किसी चोट के निशान नहीं मिले हैं। रेप के दौरान उसका काफी रक्त बहा है। ऐसा गैंगरेप में होता है। एक से अधिक लोग रेप करते हैं, जिससे उसके प्राइवेट पार्ट को गहरी चोट पहुंचती है। हालांकि मृत्यु के कारणों को स्पष्ट खुलासा पोस्टमार्टम और विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा।