बुधवार देर रात मंत्री बाबा किरोड़ीलाल मीणा का नापासर में एक्शन,रीको एरिया में लंबे समय से चल रही बायो डीजल की फैक्ट्री पर छापा

नापासर टाइम्स। बीकानेर में नकली डीजल की फैक्ट्री की सूचना पर बीती रात को करीब डेढ़ बजे के आसपास मंत्री ने छापेमारी की। मंत्री किरोड़ीलाल ने नापासर में फैक्ट्री में छापा मारा और नकली फैक्ट्री पकड़ी है। बाबा किरोड़ी ने लाईव फर्जीवाड़ा पकड़ा है। भारतमला से जोधपुर से बीकानेर आ रहे मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने चलती फिरती पिक अप को ट्रकों में डीजल भरते देखा और पूछताछ की तो बताया गया कि यह डीजल है और 75 रुपए लीटर बेचते हैं।

मंत्री ने पता लगा कर भरतमाला से ही अपनी गाड़ी नापासर की तरफ मोड दी जयंती बायो डीजल की फैक्ट्री पहुंच गए। जहां पर बाबा को फैक्ट्री में ड्रमों में कथित बायो डीजल मिला और दो टैंकर भी भरे हुए मिले।

मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मौके से बताया कि 45 रुपए लीटर का लिक्विड चाहे हाइड्रोकार्बन है, चाहे पेट्रो केमिकल है, चाहे हाइटेंशन कार्बन हो चाहे और कुछ है लेकिन इसको सरेआम डीजल बता कर 75 रुपए लीटर ट्रकों और वाहनों को बेचा जानता है यह प्रशासन की विफलता है और डीएसओ की लापरवाही या मिलीभगत है।

फैक्ट्री पर छापा मार कर मीणा ने रात के करीब पौने दो बजे बीकानेर के संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर को फोन किया और टीम भेज कर सेंपल लेने और कार्यवाही करने के लिए कहा । जिला कलक्टर ने तुरंत टीम भेजने की बात कही। मौके पर करीब दस बारह लाख रुपए नकद की बारे में पूछा तो फैक्ट्री वाले ने कहा कि हनुमानगढ़ में आज ही प्लॉट बेच कर आए हैं यह उसका पैसा है। मंत्री ने वहां उपस्थित नापासर पुलिस के थानेदार को नगद रकम जब्त करने के निर्देश दिए।

पेट्रोलियम प्रोडेक्ट बनाने वाली फैक्ट्री पर मारा छापा मंत्री मीणा को नापासर में बड़े पैमाने पर नकली बॉयो डीजल का स्टोरेज होने की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर उन्होंने खुद पहुंचकर कार्रवाई को अंजाम दिया। यहां उन्होंने पेट्रोलियम प्रोडेक्ट बनाने वाली एक फैक्ट्री पर छापा मारा। फैक्ट्री में बड़े बड़े कंटेनरों में इंडस्ट्रियल ऑयल भरा हुआ था।

ये केमिकल सूरत से लुधियाना और दिल्ली भेजा जाता है, जिसका ई-वे बिल भी बनता था। टैंकर नापासर में खाली हो जाता था। वहां कई ई-वे बिल मिले हैं, जो सूरत-अहमदाबाद से लुधियाना और दिल्ली जैसे शहरों के थे।

फैक्ट्रियों में सप्लाई होता है

फैक्ट्री मालिक केशव विजय का कहना है कि इंडस्ट्रियल यूज के लिए केमिकल बनाते हैं। इसका भुजिया फैक्ट्रियों में उपयोग किया जाता है। बीकानेर में ये अकेली फैक्ट्री नहीं है, जहां ऐसा तेल बनता है। कई और फैक्ट्रियों में भी केमिकल बनता है।

मंत्री ने देखी – भारतमाला पर अवैध बिक्री

दरअसल, किरोड़ीलाल मीणा भारतमाला एक्सप्रेस वे से जोधपुर से बीकानेर आ रहे थे। रास्ते में उन्होंने एक ट्रक में पिकअप से डीजल भरते देखा। आगे जाकर देखा तो एक और वाहन को डीजल भरा जा रहा था। तीसरा वाहन भी इसी तरह भारतमाला एक्सप्रेस वे पर डीजल भरा रहा था तो किरोड़ीलाल ने अपने ड्राइवर को गाड़ी रोकने के लिए कहा। स्वयं वहां पहुंचे और पूछताछ शुरू कर दी।

पूछताछ के दौरान ड्राइवर ने काफी कुछ जानकारी मंत्री को दी। उसने बताया कि नापासर थाने को हर हफ्ते 15 हजार रुपए देता है। इसलिए कोई रोकता नहीं है। वो नापासर से ही ये डीजल लेकर आता है। उसने कांटे की रसीद भी दिखाई। ये ही ड्राइवर मंत्री को लेकर नापासर की इस फैक्ट्री पर पहुंचा, जहां छापेमारी को अंजाम दिया गया है।