दीपावली पर ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को जिला प्रशासन की सौगात,जिले की 28 ग्राम पंचायतों में बनेंगे सार्वजनिक वाचनालय भवन,नापासर भी शामिल* युवा कर सकेंगे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, 716 लाख रुपए की स्वीकृतियां जारी

नापासर टाइम्स बीकानेर, 23 अक्तूबर। ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को दीपावली की सौगात देते हुए जिले की 28 ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक वाचनालय भवन बनाने की स्वीकृतियां जारी की गई हैं।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की पहल पर राज्य वित्त आयोग और 15वां वित्त आयोग योजना के तहत इनका निर्माण होगा। इसके तहत पहले चरण में जिले की प्रत्येक पंचायत समिति की औसतन तीन-तीन ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक वाचनालय भवन निर्माण कार्य करवाए जाएंगे।
इसके लिए 716 लाख रुपए की स्वीकृतियां जारी कर दी गई हैं। इनका निर्माण शीघ्र ही प्रारंभ कर दिया जाएगा। भविष्य में इन्हें डिजिटल लाइब्रेरी का रूप दिया जाएगा।
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. ने बताया कि श्री डूंगरगढ के लखासर, मोमासर और कल्याणसर नया, नोखा के थावरिया, सिंझगुरू, हिम्मटसर और बिलनियासर, पांचू के पांचू, ढिंगसरी और पारवा, बीकानेर के नापासर, कालासर और उदासर, श्रीकोलायत के हदा, झझु और श्रीकोलायत, बज्जू के बज्जू खालसा, बीकमपुर और रणजीतपुरा, खाजूवाला के दंतौर, 14 बीडी और 22 केवाइडी, पूगल के पूगल, छत्तरगढ़ और 1 डीएलएसएम तथा लूणकरणसर के शेखसर, शेरपुरा और ढाणी पांडुसर में ऐसे सार्वजनिक वाचनालय बनाए जाएंगे।
*इतनी राशि स्वीकृत*
उन्होंने बताया कि पंचायत समिति बज्जू खालसा की 3 ग्राम पंचायतों के लिए 81 लाख रुपये, बीकानेर की 3 ग्राम पंचायतों के लिए 90 लाख, खाजूवाला की 3 ग्राम पंचायतों के लिए 70 लाख, कोलायत, लूणकरणसर, पांचू, पूगल और श्रीडूंगरगढ़ की तीन तीन ग्राम पंचायतों के लिए 75-75 लाख रुपये, नोखा की 4 ग्राम पंचायतों के लिए 100 लाख रूपये स्वीकृत किए गए हैं।
*उदयरामसर का वाचनालय बना मॉडल*
नित्या के. ने बताया कि उदयरामसर में श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूरबन मिशन के तहत बना वाचनालय युवाओं के लिए उपयोगी साबित हो रहा है। इसे मॉडल के रूप में लेते हुए जिला कलेक्टर ने गत दिन ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की समीक्षा बैठक में प्रत्येक पंचायत समिति में ऐसे वाचनालय बनाने के निर्देश दिए थे। इस संबंध में संबंधित प्रधान और सरपंच ने भी उत्साह दिखाया। जिला कलेक्टर द्वारा पहल करते हुए उदयरामसर की सरपंच को जिला स्तर पर पुरस्कृत भी किया। उन्होंने बताया कि इन वाचनालयों के बनने से संबंधित ग्राम पंचायतों एवं आस-पास के गांव-ढाणियों में रहने वाले विद्यार्थियों को पढ़ने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिलेगी।