जीवन मे जब भगवान का प्रसाद मिल जाता है तो अवसाद चला जाता है,संसार का चिंतन करने से टेंशन होगा,भगवान का चिंतन करने से अटेंशन होगा,नापासर माहेश्वरी भवन श्री मद भागवत कथा में जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज ने दूसरे दिन भागवत कथा में कही ये बात,भागवत सुनने बड़ी संख्या में पहुंच रहे है श्रद्धालु*

कथा श्रवण करते आयोजनकर्ता दीनदयाल झँवर व उनकी धर्मपत्नी

नापासर टाइम्स। कस्बे के माहेश्वरी भवन में दीनदयाल वासुदेव झंवर परिवार द्वारा अपने पूज्य स्व बालकिशन जी झंवर की पुण्यस्मृति में सात दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन दिनांक 28 अक्टूबर शुक्रवार से 3 नवम्बर को देशनोक रोड स्थित माहेश्वरी भवन में आयोजित किया जा रहा है,शनिवार को कथा के दूसरे दिन चक्रवती तुलसी पीठाधीश्वर रामानन्दाचार्य रामभद्राचार्य जी महाराज ने श्रोताओं को हिंदू संस्कृति के बारे में बताते हुए भागवत कथा का महात्म बताते हुए कहा की भगवान का साक्षाकार होता हैं तो मनुष्य का जीवन सफल हो जाता हैं,जीवन मे जब भगवान का प्रसाद मिल जाता है तो अवसाद चला जाता है,संसार का चिंतन करने से टेंशन होगा,भगवान का चिंतन करने से अटेंशन होगा,उन्होंने कहा की जो कुछ भी हैं ईश्वर की देन हैं ईश्वर के बिना कुछ भी नहीं है जो कुछ भी हैं वो परमात्मा ही हैं,महाराज श्री ने कहा की श्रीमदभागवत ही एक ईश्वर से मिलने मिलाने का मार्ग हैं ,श्रीमद भागवत कथा को सात दिन नियम से पूरा सुनने पर मनुष्य का कल्याण होता हैं। महाराज श्री ने हिंदू धर्म और हिंदू संस्कृति के बारे में भी श्रोताओं को अवगत करवाते हुए कहा की हिंदू बचेगा तो देश बचेगा,और देश बचेगा तो राष्ट्र बचेगा इस लिए सभी हिंदू संस्कृति को पूर्ण रूप से अपनाए,शनिवार को कथा के दूसरे दिन श्री शुक्राचार्यजन्म, श्रीपरिक्षितजन्म, वराहावतार,श्री कपिलावतार आदि प्रसंग सुनाए गए,महाराज जी कथा सुनाते समय कई प्रसंगों में भावुक हो गए,किशनलाल मोहता ने बताया कि कथा सुनने बड़ी संख्या में अप्रवासी व स्थानीय श्रद्धालु पहुँच रहे है,रविवार को श्री प्रह्लाद चरित्र कथा,श्री नरसिंह अवतार कथा होगी,सुबह 9 से 12 बजे तक कथा स्थल पर बम्बई के प्रेमप्रकाश दुबे के द्वारा गीत रामायण का आयोजन होगा।