नापासर टाइम्स। पश्चिमी विक्षोभ के एक बार फिर सक्रिय होने से बीकानेर बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खासकर लूणकरनसर में किसान मौसम बदलने से परेशान है। कस्बे में बुधवार की रात बारिश हुई है। वहीं जिले में शुक्रवार तक अनेक क्षेत्रों में बारिश की उम्मीद बनी हुई है। खेतों में खड़ी फसल पहले ओलावृष्टि से खराब हो चुकी है, अब बारिश से भी नुकसान होना तय माना जा रहा है।
लूणकरनसर क्षेत्र में बुधवार दिनभर बादलों की आवाजाही रहने के बाद शाम को मौसम ने पलटा खाया। देर रात तक तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। नेशनल हाइवे पर तो इतनी बारिश रही कि वाहनों को थमना पड़ा। प्राप्त जानकारी के अनुसार पांच दिन पहले गत शुक्रवार को क्षेत्र में बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ था। अगले दो दिन में फिर बारिश की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम में परिवर्तन से गर्मी का अहसास तो कम हुआ है। शाम से ही हवा में ठंडक का अहसास होता रहा।
मौसम विभाग ने गुरुवार सुबह चेतावनी दी कि एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 29 मार्च रात से ही पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ जिलों में मेघगर्जन व तेज हवाओं के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। इसी का असर बीकानेर के लूणकरनसर, महाजन, अरजनसर क्षेत्र में देखने को मिला।
30 मार्च को विक्षोभ का प्रभाव सर्वाधिक रहने तथा जोधपुर, बीकानेर, अजमेर उदयपुर, कोटा, जयपुर, भरतपुर संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ अचानक तेज हवाएं हल्के से मध्यम बारिश व कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने अब शुक्रवार को बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर संभाग के जिलों में मेघगर्जन के साथ हल्के से मध्यम बारिश व ओलावृष्टि का दौर जारी रहने की संभावना जताई है। 1 अप्रैल से विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने की संभावना है।