नापासर टाइम्स। सेरूणा गांव के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 1 माह से अधिक समय से डॉक्टर नहीं होने से ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। संबंधित अधिकारियों को बार-बार सूचित करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को पीएचसी भवन पर ताला लगाकर ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट रणवीर सिंह ने बताया कि यहां पदस्थापित डॉक्टर का 30 नवबंर 2022 को तबादला हो गया और तब से सीएचसी एक एएनएम के भरोसे चल रही थी। ऐसे में सेरूणा सहित आस पास के गांवो के ग्रामीण इससे प्रभावित हो रहे थे। ग्रामीणों को हर छोटी बड़ी बीमारी के लिए श्रीडूंगरगढ़ या बीकानेर जाना पड़ रहा था। बार-बार सूचित करने के बाद भी जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की आंख नहीं खुली तो ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया। सोमवार सुबह आठ बजे एडवोकेट भरतसिंह की अगुवाई में ग्रामीण सीएचसी पहुंचे और ताला लगाकर धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी करते हुए तुरंत डॉक्टर की नियुक्ति करने की मांग की। करीब 12 बजे मौके पर ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. जसवंत सिंह पहुंचे। ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद सिंह ने अस्थाई नियुक्ति के आदेश जारी किए। इस दौरान मूलाराम गोदारा, भागुनाथ सिद्ध, मांगीलाल भादू, अशोक राणा, विक्रमसिंह, हजारीसिंह, सरदाराराम भादू, रणवीर सिंह, मनफूल भादू, ओमप्रकाश भादू, बजरग सारस्वा, हरिप्रसाद राणा, हीरालाल स्वामी, भैरूसिंह, चिमनाराम मेघवाल, नारायण मेघवाल, नारायण गोदारा, लालाराम कूकना, भेरूसिंह, गोपाल भादु सहित अनेक मौजिज ग्रामीण उपस्थित रहें।
*विभाग में ऐसी की अस्थाई व्यवस्था :*
स्वास्थ्य विभाग में सेरूणा पीएचसी की स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था को सुचारू करने के लिए लखासर पीएचसी प्रभारी डॉ. पूजा स्वामी को सोमवार, कीतासर पीएचसी प्रभारी डॉ. रेनू स्वामी को बुधवार एवं रीड़ी पीएचसी प्रभारी डॉ.जागृति सियाग को शुक्रवार को सेरूणा पीएचसी में ड्यूटी करने के निर्देश दिए है। सिंह ने नर्सिंग ऑफिसर सुनिता व सीएचओ दीपिका को भी आगामी आदेशों तक सेरूणा सीएचसी पर कार्य करने के लिए निर्देश जारी किए है।