नापासर न्यूज। यहां थाने में शनिवार रात्रि को शराब की दुकान पर हुई मारपीट व जानलेवा हमले के आरोप में मामला दर्ज हुआ है,थानाधिकारी लक्ष्मण सुथार ने बताया कि हीराराम जाट निवासी वार्ड नं. 32 बाई पास रोड़ नापासर ने दर्ज रिपोर्ट में बताया कि मेरे भाई केशराराम के नाम से सरकारी रजिस्टर्ड एक दारू का ठेका नापासर रेलवे स्टेशन के पास स्थित है जहां पर शनिवार रात्रि लगभग साढ़े दस बजे राजकुमार निवासी रामसर,राजेन्द्र,राजेश निवासी बम्बलु,अशोक निवासी गोपालसर तथा हरी काले रंग की स्कोर्पियो गाड़ी लेकर ठेके पर आए और उस वक्त दुकान का शटर बन्द था तथा अन्दर दुकान पर कार्य करने वाला कार्मिक लालचन्द नायक था जो कि सामान की निगरानी हेतु रोजाना रात को ठेके के अन्दर ही सोता है और इन पांचो ने आकर शटर को तोड़ने की कोशिश करने लगे और कहने लगे कि दारू तो देना ही पड़ेगा तो क्यों कि हम प्रधान है तो लालचन्द ने कहा कि ठेका आठ बजे बन्द हो जाता है अभी दारू नहीं मिलेगी तो राजकुमार लालचन्द को गालियां देने लगा तो अन्दर से लालचन्द ने मेरे बड़े भाई केशराराम को फोन किया और कुछ समय बाद मेरे भाई केशराराम वहां पहुंचे तो उन लोगों से कहासुनी हुई और वो लोग बोले तो दारू तो देना ही पड़ेगा हम वापिस आ रहे है इतना कहकर वो निकल गये, केशराराम ने लालचन्द से शनिवार की बिक्री लगभग 120000 रु अपनी जेब में डाले और तभी गजान्नद भी वहां पर आ गया और केशराराम से बात करने लगा तभी वहां पर वापिस दो गाड़िया स्पीड से आयी जिसमें एक वही स्कोर्पियो गाड़ी जिसमें वहीं पांचो लोग तथा दुसरी केम्पर गाड़ी में 5-7 अन्य लोग आए जिनके हाथों में डंडे तथा लोहे की रॉड थी और आते ही केशराराम और गजानन्द के साथ मारपीट करने लगे केशराराम और गजानन्द संभल पाते उससे पहले ही राजकुमार ने लोहे की रॉड से केशराराम को जान से मारने की नीयत से प्रहार किया तो उस रॉड की चोट केशराराम के दायें पैर पर लगी जिससे केशराराम वहीं पर गिर गया तभी राजेश ने जान से मारने की नीयत से गजानन्द पर लोहे के हथियार से वार किया जिसमें गजानन्द का भी पैर टूट गया और वो सभी लोग केशराराम और गजानन्द को मरा समझकर केशराराम की जेब से 120000/- नगदी निकाल कर चले लये। पुलिस ने मामला जुर्म धारा 115(2), 126(2), 307, 191 (2), 191(3), 190 बीएनएस में दर्ज कर जांच शुरु की है।