नापासर न्यूज। कोतवाली पुलिस ने 2.33 करोड़ की ठगी के आरोप में दो मौलवियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी दोनों सगे भाइयों को 12 सितंबर को अदालत में पेशकर दो तीन के रिमांड पर लिया है। धोखाधड़ी के अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। एएसपी रघुवीर शर्मा ने बताया कि आरोपी हमीदुल्ला रिजवी व उसके भाई अत्ताउल्लाह पुत्र कारिद्दीन मोहम्मद रिजवी निवासी गांव जलालसर पोस्ट थाना जामसर बीकानेर, हाल किरायेदार मकान मोहम्मद सलीम तिलकनगर एसबीआई बैंक वाली गली बीकानेर को गिरफ्तार किया है।
धोखाधड़ी का यहा मामला 6 माह पहले दर्ज किया गया था। इस संबंध में कोतवाली थाने से हेड कांस्टेबल सत्यनारायण कूकणा और कांस्टेबल परताराम ज्याणी की विशेष टीम गठित की थी।
एएसपी ने बताया कि आरोपी मौलवी हैं। आरोपियों ने परिवादी से दो करोड़ 33 लाख रुपए की ठगी की थी। पीड़ित हरमिलापी कॉलोनी निवासी प्रेम अरोड़ा ने कोतवाली में 5 मार्च को परिवाद देकर मुकदमा दर्ज करवाया था। एफआईआर के अनुसार प्रेम अरोड़ा ने जुलाई 2021 में दुर्गा मंदिर के पास भूखंड खरीदा था। भूखंड के पीछे मकान में सुरेश ग्रोवर रहता है। उसने पीड़ित को बताया कि उनके भूखंड में सोना दबा हुआ है। कुछ साल पहले गुरुजी ने प्लाट देखकर बताया था। परिवादी ने उक्त भूखंड में मकान बनाने की योजना बनाई। परिवादी के दोस्त सतपाल बिश्नोई व महेन्द्रसिंह ने मुहूर्त निकालकर निर्माण शुरू करवाने को कहा। कुछ दिन बाद सतपाल व महेन्द्र एक गुरुजी को लेकर आए। प्लॉट देखकर उन्होंने चूना मंगवाया। मंत्र पढ़कर चूने में आग लगा दी। उस अताउल्ला नाम के गुरुजी ने कहा कि भूखंड की जमीन में मटके में सोने की अशर्फियां दबी हुई हैं। प्लाट में 80 से 90 किलो सोना दबा होने का झांसा दिया।
पीड़ित प्रेम अरोड़ा ने परिवाद में बताया कि इसके बाद भूखंड में दबे सोने के शुद्धिकरण के लिए, कभी सोने की रखवाली करने वाली आत्मा की शांति को 11 घोड़ों की बलि देने के लिए पैसे ऐंठता रहा। आरोपी अताउल्लाह व उसके साथी हमिदुल्ला ने सतपाल, महेंद्र व सुरेश ग्रोवर के साथ सांठगांठ करके पीड़ित को डरा डराकर 2 करोड़ 33 लाख रुपए ठग लिए। पीड़ित दो साल तक आरोपियों के साथ पंचायतें करता रहा और रुपए वापस मांगता रहा। आरोपियों ने न तो रुपए लौटाए न ही सोना निकालकर दिया।