नापासर टाइम्स। बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में सीएम पद पर नाम का ऐलान कर दिया है. विष्णुदेव साय को प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है. बड़ा दांव खेलते हुए बीजेपी ने आदिवासी नेता को सूबे का चेहरा बनाया है. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने विष्णुदेव साय का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया है. इस तरह तमाम अटकलों पर विराम लग गया है.
विधायक दल की बैठक में लिए गए इस फैसले में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और अर्जुन मुंडा और दुष्यंत कुमार गौतम के अलावा छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी ओम माथुर भी मौजूद रहे. सुबह करीब नौ बजे केंद्रीय पर्यवेक्षक रायपुर पहुंचे. दोपहर बारह बजे से विधायकों के साथ सीएम के नाम पर मंथन चला.
सीएम पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद विष्णुदेव साय की पहली प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा, ‘ बतौर मुख्यमंत्री सरकार के जरिए बीजेपी के संकल्प पत्र (मोदी की गारंटी) को पूरा करने की कोशिश करूंगा. सरकार द्वारा किया जाने वाला पहला काम आवास योजना के तहत 18 लाख आवासों की मंजूरी होगा.
*अटकलों पर विराम, आदिवासी नेता को कमान*
कहा जा रहा है कि विधायक दल की बैठक में सीएम का नाम तय होने के बाद दिल्ली से मुहर लगी. जैसा कि अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेपी किसी आदिवासी नेता को सूबे का सीएम बनाएगी. कहा ये भी जा रहा था कि किसी महिला नेता को भी मौका मिल सकता है. बीजेपी ने इस बार किसी भी राज्य में सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट नहीं किया था.
*विष्णुदेव के साथ ही चर्चा में थे ये नाम*
छत्तीसगढ सीएम पद पर कई दावेदार थे. इसमें खुद रमन सिंह थे. साथ ही अरुण साव, ओपी चौधरी और रेणुका सिंह के नाम शामिल रहा. आदिवासी सीएम के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय के साथ ही रेणुका सिंह का नाम आगे चल रहा था. बता दें कि छत्तीसगढ में सारे कयासों को पलटते हुए बीजेपी ने शानदार जीत हासिल करने हुए 54 सीटें हासिल की हैं. जबकि कांग्रेस 34 सीटें जीत सकी.
*कुनकुरी सीट से विधायक चुने गए हैं विष्णुदेव*
विष्णुदेव ने छत्तीसगढ़ की कुनकुरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. इसमें उन्होंने कांग्रेस के उद मिंज को हराया. विष्णुदेव को 87604 और उद मिंज को 62063 वोट मिले थे. विष्णुदेव छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 2 साल 68 दिन तक उन्होंने इस जिम्मेदारी को निभाया. साथ ही रायगढ़ सीट से सांसद भी रहे हैं.
*विष्णुदेव के सियासी सफर पर एक नजर*
जून 2020 में बीजेपी ने साय को छत्तीसगढ़ का अध्यक्ष नियुक्त किया था. इस पद पर वो अगस्त 2022 तक रहे. साथ ही रायगढ़ से चार बार (1999-2014) सांसद चुने गए. पहली नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाया गया. 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने उन्हें चुनाव मैदान में नहीं उतारा था. इसकी वजह ये थी कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने 2018 में राज्य विधानसभा चुनाव हारने के बाद अपने किसी भी मौजूदा सांसद को चुनाव नहीं लड़ाने का फैसला किया था.
*जानिए क्या बोले पूर्व सीएम रमन सिंह*
छत्तीसगढ़ के सीएम रहे रमन सिंह ने कहा, ‘कुनकुरी विधायक एवं आदिवासी नेता विष्णुदेव जी को आज विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा का दायित्व मिलने पर अशेष शुभकामनाएं’.
‘मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में हम सभी पूर्ण निष्ठा से बीजेपी के संकल्प पत्र (मोदी की गारंटी) के वादों को पूरा करते हुए प्रदेश में प्रगतिशील परिवर्तन लाने में सफल होंगे. साथ ही डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ दोगुनी रफ्तार से विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा’.
*इससे बढ़िया और क्या निर्णय होगा- ओम माथुर*
वहीं, छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि इससे बढ़िया और क्या निर्णय होगा. एक श्रेष्ठ कार्यकर्ता, अनुभवी कार्यकर्ता और अटल बिहारी सरकार में मंत्री रहे कार्यकर्ता को हमने सीएम चुना है. केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि यह पहली बार है जब किसान परिवार से आने वाले आदिवासी समुदाय के किसी पार्टी कार्यकर्ता को सीएम के रूप में चुना गया है.
*’ऐसा चेहरा, जिसका कोई विरोध नहीं कर पाया’*
वहीं, बीजेपी नेता नारायण चंदेल ने कहा कि विष्णुदेव साय बहुत अच्छे इंसान हैं. हमारे प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. बहुत सहज, सरल, विनम्र और एक ऐसा चेहरा हैं जिसका कोई विरोध नहीं कर पाया. ओपी चौधरी ने कहा कि विष्णुदेव को सर्वसम्मति से विधानसभा का नेता चुना गया है. हम उनके नेतृत्व में राज्य को आगे ले जाएंगे.