इंतजार अब जल्द होगा खत्म,बीकानेर-जसरासर स्टेट हाइवे का कार्य हो रहा है शुरू, हर एक किमी पर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम होगा:हल्दीराम प्याऊ से जसरासर तक 157 करोड़ की लागत से 65 किमी रोड बनेगी*

नापासर टाइम्स। बीकानेर में हल्दीराम प्याऊ से नोखा के जसरासर तक 65 किलोमीटर तक नई चौड़ी रोड बनेगी। इसपर 157 करोड़ रुपए खर्च होंगे। फोर लेन और टू-लेन वाली इस रोड पर हर एक किमी बाद वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम होगा, जिससे बारिश का पानी जमा किया जा सकेगा।

राज्य सरकार ने बजट 21-22 में बीकानेर से जसरासर रोड स्वीकृत की थी। इसके सिविल वर्क पर 157 करोड़ रुपए की लागत आएगी जो वर्ल्ड बैंक से मिलेगा। बीकानेर में हल्दीराम प्याऊ से नापासर होते हुए जसरासर तक स्टेट हाइवे 20बी पर करीब 65.525 किमी नई रोड बनाई जाएगी। हल्दीराम प्याऊ से देवीकुंड सागर, रिडमलसर होते हुए जोधपुर बाईपास तक 4 किमी रोड और फिर नापासर रेलवे क्रॉसिंग से पुरानी चौकी तक 500 मीटर रोड फोर लेन होगी। इसके अलावा जसरासर तक टू-लेन सड़क बनेगी।

61 किमी 2 लेन और 4.50 किमी 4 लेन सड़क होगी। 4 लेन रोड 22 मीटर और 2 लेन रोड 12 मीटर चौड़ी होगी। पूरी सड़क पर हर एक किमी बाद वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनेगा जिससे बारिश के पानी को इकट्‌ठा किया जा सकेगा। सड़क के दोनों ओर ढाई-ढाई मीटर के पटड़े होंगे। पीडब्ल्यूडी ने दिसंबर में एलओआई कर दी गई थी जिसका काम अब शुरू कर दिया गया है और 18 माह में पूरा करना होगा।

*ये रहेगा रूट*

हल्दीराम प्याऊ से देवीकुंड सागर, रिडमलसर, नेणों का बास, गाडवाला, नापासर, नापासर कस्बे से सींथल रोड बाईपास होते हुए रेलवे स्टेशन, सींथल, मूंडसर, सूरतसिंहपुरा, कुचोर-आथूणी, उतमामदेसर, सादासर होते हुए नोखा में जसरासर तक।

*296 पेड़ काटे जाएंगे, कलेक्टर से मांगी अनुमति*

बीकानेर के हल्दीराम प्याऊ से नोखा के जसरासर तक सड़क बनाने के लिए बीच में आने वाले 296 पेड़ काटने पड़ेंगे। इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने कलेक्टर से अनुमति मांगी है। बताया गया है कि सड़क रेवन्यू ट्रैक पर है। रास्ते में आने वाले पेड़ काश्तकारों की ओर से लगाए गए हैं, वन विभाग ने नहीं लगाए। प्रोजेक्ट में संवेदक को 9250 पेड़ लगाने होंगे।

*क्या होगा फायदा*

पीडब्ल्यूडी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीपीपी पीआईयू रधुवीर बिठू ने बताया कि बीकानेर से जसरासर तक ट्रैफिक मूवमेंट स्मूथ हो जाएगा और 20 से 25 गांवों की कनेक्टिविटी आसान हो जाएगी। इसके अलावा लाडनू, सालासर, सुजानगढ़ आने-जाने वाले लोगों को फायदा होगा। सालासर से श्रीडूंगरगढ़ होकर बीकानेर आने-जाने की बजाय बीदासर से सीधे ही जसरासर होते हुए आसान रूट हो जाएगा।