नापासर टाइम्स। बीकानेर में मंगलवार रात तेज तूफान ने शहर से गांव तक हर तरफ नुकसान पहुंचाया। खेतों में खड़ी फसल दूर तक बिखर गई है तो घरों पर लगे टिन शेड भी उड़ गए। शो-रूम पर लगी कांच की दीवारें टूट गई और घरों के बाहर रखे दुपहिया वाहन पलट गए। इस बीच किसी तरह की जनहानि होने की सूचना नहीं है। तूफान के कारण बीकानेर और खाजवाला में किसानों को सबसे ज्यादा परेशान होना पड़ा। गांवों में लोगों के कच्चे मकान और झौपड़े तक उड़ गए।
खाजूवाला में तेज बारिश व तूफान व तूफान के कारण कई जगह पेड़ टूट गए हैं, जिससे रास्ते बंद हो गए। कच्चे रास्तों के किनारे लगे पेड़ गिर गए हैं। खेत में कटी हुई फसल को ढेरी बनाकर रखा गया था, जो तूफान में उड़ गई। करीब चालीस से पचास किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आए तूफान ने काफी तांडव मचाया है। खाजूवाला की नई अनाज मंडी में किसानों ने पिछले दिनों ही अपनी फसल रखी थी। ये फसल अब पानी में दिनों ही अपनी फसल रखी थी । ये फसल अब पानी में डूबने से खराब हो गई है। खाजूवाला में करीब आधा घंटे तक झमाझम बारिश हुई थी, जिससे खेत में रखी कटी हुई फसल भी खराब हुई है। यहां सब्जी मंडी में एक पेड़ कच्ची दुकानों पर गिर गया। जिससे आधा दर्जन लोगों ने वहां से भागकर जान बचाई। कई जगह मोटर साइकिलें गिर गई।
बीकानेर शहर में भी रात करीब दस बजे बारिश शुरू हुई। बारिश से पहले तेज हवाओं के साथ तूफान आया। शहर में हालांकि ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। रात में बारिश के कारण सड़क पर चल रहे लोगों को भागना पड़ा। शहर के भीतरी क्षेत्र में भी बारिश से लोगों को बचने के लिए सहारा लेना पड़ा। महज दस-पंद्रह मिनट की बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया। बीकानेर के अलावा लूणकरनसर, श्रीडूंगरगढ़ और कोलायत के कई क्षेत्रों में भी बारिश और तूफान से लोगों को परेशानी हुई है।