नापासर टाइम्स। पिलानी थानांतर्गत गांव खेड़ला में बीती रात शातिर नकबजनों को पकड़ने के लिए आई लूणकरणसर पुलिस की गाड़ी को ही अपराधियों ने टक्कर मार दी। यही नहीं अपराधियों ने पुलिसकर्मियों को मारने की नियत से उन पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश भी की। टक्कर से न सिर्फ पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई, बल्कि पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई हैं। लूणकरणसर थाना प्रभारी चंद्रजीत सिंह भाटी हमले में बाल बाल बचे हैं। हालांकि इस घटना में उनको व पुलिस टीम में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों को चोट आई है, लेकिन अपराधियों के दुस्साहस के बावजूद बड़ी वारदात टल गई। बाद में पुलिस ने इस घटना में शामिल 1 अपराधी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 2 अन्य अपराधी फरार हो गए।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीकानेर जिले के लूणकरणसर थाने में नकबजनी के विभिन्न मामलों में वांछित विरेन्द्र सिंह पुत्र गुलाब सिंह निवासी झेरली, संदीप मील निवासी थिरपाली बड़ी तथा अनिल धानका निवासी झेरली को पकड़ने के लिए बीकानेर जिले के लूणकरणसर व गजनेर थानों की टीम बीती रात पिलानी पहुंची थी। लूणकरणसर थाने की टीम का नेतृत्व थानाधिकारी चंद्रजीत सिंह भाटी कर रहे थे, जबकि गजनेर थाने की पुलिस टीम का नेतृत्व वहां के थानाधिकारी धर्मेन्द्र कर रहे थे।
पुलिस को इस बारे में मुखबिर से सुचना मिली थी कि आरोपी एक सफेद रंग की पिकअप गाड़ी में सवार हो कर थिरपाली से नरहड़ की तरफ आ रहे हैं। दोनों थानों की पुलिस टीम ने नरहड़ के पास आरोपियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी की थी। देर रात 9:15 बजे के आसपास बताए गए नंबर व हुलिए की गाड़ी पिलानी से नरहड़ की तरफ आती दिखाई दी। लेकिन पुलिस टीम को देख कर पिकअप सवार अपनी गाड़ी को घुमा कर वापस भगा ले गए। पुलिस टीम ने पिलानी थाना व चिड़ावा सीओ को नाकाबंदी के लिए सूचित करते हुए आरोपियों का पीछा शुरू कर दिया।
गांवों के कच्चे-पक्के रास्तों पर काफी देर पुलिस को छकाते हुए आरोपी छापड़ा गांव पहुंचे। जहां सामने से किसी अन्य गाड़ी के आ जाने पर आरोपी घिर गए और भागने के लिए पिकअप को बैक कर पुलिस की गाड़ी को टक्कर मार दी। आरोपी लगातार टक्कर मारते रहे जिससे बचने के लिए गाड़ी में सवार लूणकरणसर थानाधिकारी चंद्रजीत सिंह भाटी व अन्य पुलिसकर्मी नीचे उतर गए। पुलिस टीम को गाड़ी से नीचे उतरते देख कर आरोपियों ने अपनी पिकअप पुलिस टीम पर चढ़ाने की कोशिश की।
थानाधिकारी व अन्य पुलिस कर्मियों ने एक तरफ कूद कर बमुश्किल अपनी जान बचाई। इस दौरान नकबजनों की गाड़ी नाले में फंस गई, जिसके बाद गाड़ी में सवार नकबजनों ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने पीछा कर एक आरोपी वीरेन्द्र सिंह झेरली को पकड़ लिया जबकि उसके 2 अन्य साथी संदीप मील और अनिल धानका अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
बाद में लूणकरणसर थानाधिकारी चंद्रजीत सिंह भाटी द्वारा पुलिस पर जानलेवा हमले का मामला पिलानी थाने में तीनों आरोपियों के खिलाफ दर्ज करवाया गया है। एसएचओ चंद्रजीत सिंह भाटी ने बताया कि तीनों आरोपी बीकानेर जिले के लूणकरणसर, नोखा, कालू सहित अन्य जगह भी नकबजनी की कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं तथा वहां दर्ज मामलों में वांछित चल रहे हैं। पकड़े गए नकबजन वीरेन्द्र सिंह को लूणकरणसर पुलिस पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है।