ऊंटगाड़ा चालक की सूझबूझ और एडवोकेट गणेश दान बीठू की सतर्कता से नापासर-गुसाईंसर सड़क पर ग्रामीणों ने वन्य जीवों का शिकार करने वाले तीन शिकारियों को पकड़ा,जाल-हथियार बरामद

नापासर टाइम्स। नापासर थाना क्षेत्र के सींथल क्षेत्र में गुरुवार देर शाम उस वक्त वन्यजीवों की जान बच गई जब पेड़ों में पानी डालने वाले ऊंटगाड़ा चालक की सूझबूझ और एडवोकेट गणेश दान बीठू की सतर्कता ने शिकारियों की योजना पर पानी फेर दिया। नापासर-गुसाईसर सड़क पर हिंगलाज माता मंदिर के पास वन्यजीवों के शिकार की तैयारी कर रहे तीन शिकारियों को ग्रामीणों और वन विभाग की संयुक्त टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। मंदिर के पास पशुओं के पीने की खेळी के आसपास शिकारियों ने भारी मात्रा में जाल बिछा रखा था। तभी सींथल निवासी कैलाश कुम्हार ऊंटगाड़ी से रोजाना उस खेली में पानी डालने जाता हैं, ने जाल बिछाते हुए तीन युवकों को देखा। शक होने पर उन्होंने तत्काल सींथल सरपंच प्रतिनिधि व एडवोकेट गणेश दान बीठू को इसकी सूचना दी। एडवोकेट गणेश दान मौके पर पहुंचे और स्थिति की गंभीरता समझते हुए वन विभाग और नापासर पुलिस को अवगत कराया। उनकी त्वरित सूचना पर सहायक वन संरक्षक सत्यपाल सिंह,अधिकारी महेश जाखड़, सहायक वनपाल सुरेंद्र कुमार, नापासर पुलिस थाने के हेड कांस्टेबल मूलाराम के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची और शिकारियों को दबोच लिया। मौके से हथियार और भारी मात्रा में जाल बरामद किए गए। पकड़े गए तीनों शिकारी अनिल कुमार बाल्मीकि (18), पंकज कुमार,बाल्मीकि (21) और गुलाबचंद उर्फ कालू (20) है। सभी बाल्मीकि बस्ती, मोमासर बास, श्रीडूंगरगढ़ के निवासी है। तीनों को हिरासत में लेकर बीकानेर वन विभाग कार्यालय भेजा गया है। जहां पूछताछ की जा है। इस संयुक्त कार्रवाई में वन्य जीव प्रेमी रामगोपाल बिश्नोई, हरिराम खीचड़, ओमप्रकाश नाई, कमल पंचारिया , श्याम सुंदर स्वामी सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। एडवोकेट गणेश दान बीठू ने कहा वन्यजीवों का संरक्षण सिर्फ विभाग की नहीं, बल्कि हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। सींथल के ग्रामीणों ने यह साबित किया है कि संवेदनशीलता और एकता से कोई भी अपराध रोका जा सकता है।