बीकानेर में फिर गिरा तापमान: बीकानेर में 1.9 डिग्री सेल्सियस तो चूरू में फिर माइनस में पहुंचा पारा, सर्दी से राहत नहीं

नापासर टाइम्स। बीकानेर में सर्दी से फिलहाल कोई राहत नहीं है। रात के बजाय दिन का तापमान ज्यादा गिर रहा है। ऐसे में अब दिन में भी कोई खास राहत नहीं मिल पा रही है। गिरते तापमान के साथ ही ठंडी हवाओं ने आम आदमी ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। पिछले चौबीस घंटे में दिन में 21 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा, जो सामान्य

से करीब साढ़े तीन डिग्री कम है, वहीं रात में महज 1.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से कम है। बीकानेर के अलावा श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व चूरू में भी तापमान कम रहा है। चूरू में अभी भी न्यूनतम तापमान माइनस में 0.5 डिग्री सेल्सियस रहा है। ऐसे में सर्दी से आने वाले कुछ दिनों तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं की जा रही है। प्रदेश में सबसे कम तापमान फतेहपुर में माइनस 2.3 डिग्री सेल्सियस रहा है।

पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में सर्दी पिछले दिनों में बढ़ी है। बीकानेर में तापमान में करीब तीन डिग्री सेल्सियस से ज्यादा की गिरावट आई है, वहीं श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व चूरू में भी पारा गिरा है। हालांकि संभाग में कहीं से मावठ की बारिश होने के समाचार नहीं है। अब किसान भी मावठ की बारिश का इंतजार कर रहा है। तापमान में ज्यादा गिरावट से फसल को नुकसान हो सकता है, जबकि बारिश से कुछ राहत की उम्मीद है।

ठिठुरन में स्कूल की मजबूरी

पहले जहां तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से कम होते ही स्कूल में छुट्टी की घोषणा कर दी गई थी, वहीं अब तापमान दो डिग्री सेल्सियस से कम होने के बाद भी छुट्टी नहीं है। यहां तक कि स्कूल के समय परिवर्तन भी अब नहीं है। सरकारी स्कूलों में एक ही भवन में दो-तीन स्कूल व पारियां संचालित होने के कारण समय में परिवर्तन लागू नहीं हो रहा है। जिला कलक्टर ने भी 18 जनवरी तक ही स्कूलों के समय में परिवर्तन किया था। ऐसे में भारी सर्दी के बाद भी बच्चों को ठिठुरन के बीच जाना पड़ रहा है। दरअसल, मार्च में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और सीबीएसई के एग्जाम होते हैं, ऐसे में छुट्टी को अधिकारी भी उचित नहीं मान रहे हैं।