जयपुर में आज अलसुबह आये भूकम्प की ऐसी दहशत, सड़क पर बैठकर की हनुमान चालीसा: हॉस्टल में फंसीं लड़कियां, हॉस्पिटल से भागे मरीज; धमाकों की आवाज भी सुनाई दी

नापासर टाइम्स। राजस्थान की राजधानी जयपुर शुक्रवार को भूकंप से हिल गई। यहां सुबह 4 बजकर 9 मिनट से 4 बजकर 25 मिनट के बीच 3 झटके महसूस किए गए। फिलहाल भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार तीन झटके आए हैं। भूकंप का पहला झटका 4:09 पर महसूस हुआ। जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.4 थी। दूसरा झटका 4:22 पर 3.1 की तीव्रता वाला और तीसरा झटका 4:25 पर आया। इसकी तीव्रता 3.4 थी ।

एक के बाद एक आए भूकंप के झटकों ने लोगों को दहशत से भर दिया। भूकंप का पहला झटका जैसे ही महसूस हुआ लोग घरों से बाहर दौड़ पड़े। इसके बाद लगातार दो और झटकों से लोग सहम गए।

ये वो समय था जब शहरवासी नींद में थे, लेकिन सेकेंड भर के झटकों ने लोगों की नींद उड़ा दी। शहर की सड़कें सुबह-सुबह लोगों से भर गई।

लोगों का कहना था कि पहली बार इस तरह के भूकंप जयपुर शहर में महसूस हुआ। भूकंप का केंद्र जयपुर के पास रेनवाल में बताया जा रहा है।

SMS हॉस्पिटल में मरीजों को बाहर लेकर निकले, ऐसा लगा जैसे धमाका हुआ

टीम एसएमएस हॉस्पिटल पहुंची ।। मरीजों ने बताया कि वे झटकों के बाद डर की वजह हॉस्पिटल के खुले ग्राउंड में आ गए।

मरीजों के साथ आए परिजनों ने बताया कि नींद में झटके जैसा महसूस हुआ। किसी ने बताया कि भूकंप आया है इसलिए हम भी यहां आ गए। उन्होंने बताया कि ऐसा लग रहा था कि कहीं बिल्डिंग न गिर जाए।

इसलिए हॉस्पिटल में एडमिट मरीज को भी बाहर लेकर आए।

जयपुर के महेश नगर इलाके के लोगों ने बताया कि अचानक गलियों से शोर सुनाई देने लगा। लोग घरों से निकलकर सड़क के दूसरे किनारों और गार्डन की ओर दौड़ रहे थे। तभी एक और तेज झटका महसूस हुआ और इतने में ही पूरी कॉलोनी में शोर मच गया कि फिर भूकंप आया।

स्थानीय लोगों ने बताया कि घर में लगे पंखे इतने तेज हिल रहे थे कि कभी भी गिर जाएंगे। इससे पहले उन्होंने तेज धमाके की आवाज भी सुनी।

हॉस्टल में फंसीं लड़कियां

महेश नगर निवासी कविता ने बताया कि वह 50 साल की हैं, लेकिन इससे पहले उन्होंने कभी भूकंप को महसूस नहीं किया था। स्टूडेंट विशाल ने बताया कि भुज (गुजरात) में भूकंप के बारे में सुना था, लेकिन आज महसूस कर लिया है कि वहां क्या हालात हुए होंगे और उन लोगों ने क्या महसूस किया होगा ।

इसी इलाके के एक गर्ल्स हॉस्टल में उस वक्त लगभग 30 से 40 लड़कियां थीं। हॉस्टल का गेट लॉक था। लड़कियों की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसियों ने हॉस्टल मालिक को सूचना दी। इसके बाद ताला खोलकर लड़कियों को बाहर निकाला गया।

घरों में जाने से डरे लोग

लोगों में डर था कि तीन झटके महसूस करने के बाद कहीं चौथा या पांचवां झटका महसूस नहीं करना पड़े। खतरे को देखते हुए कोई भी अपने घर में जाने से डर रहा था। इस कारण भी काफी देर तक सड़कों पर ही रहे। उन्होंने कहा कि अगर गली मोहल्लों में जाते हैं तो कोई खतरा भी हो सकता है।

सड़कों पर हनुमान चालीसा, चाय की स्टॉल पर भीड़ मानसरोवर और कनकपुरा से स्मित पालीवाल और दिनेश पालीवाल

ऐसा ही हाल शहर के मानसरोवर, जवाहर नगर, कनकपुरा आदि क्षेत्र में भी रहा । मानसरोवर में डर के मारे स्टूडेंट अपने कमरों से बाहर आ गए। पहला भूकंप का झटका लगने के बाद जब उन्हें लगा कि अब सामान्य है और दोबारा कमरे की तरफ जाने लगे तो दूसरा झटका महसूस हुआ।

इसके बाद वे सड़क पर ही बैठ गए और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। वहीं, शहर के चांदपोल, जौहरी बाजार, रामगंज, बड़ी चौपड़, किशनपोल बाजार लोग भी सड़कों पर आ गए। भूकंप के झटकों के बाद शहर की चाय की थड़ियों पर लोग की भीड़ उमड़ पड़ी

पड़ोस रहने वाले स्टूडेंट आकाश ने बताया कि वह पढ़ रहा था। उसे जब भूकंप के झटके लगे, तो उसने सोचा चक्कर आ गया फिर एक दम आवाज सुनाई दी। बाद जब कमरे से बाहर गया तो देखा गली में लोग भूकंप की बातें कर रहे थे।

जयपुर का भांकरोटा एपिक सेंटर

भूकंप का केन्द्र जयपुर के भांकरोटा के पास का एरिया रहा। अजमेर रोड भांकरोटा के पास पहला झटका सुबह 4 बजकर 9 मिनट, पर आया, जिसकी तीव्रता 4.4 रही। जबकि दूसरा झटका सुबह 4 बजकर 25 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता 3.4 रही। इन दोनों भूकंप का केन्द्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। इन दोनों के बीच एक भूकंप सुबह 4 बजकर 22 मिनट पर आया, जिसका केन्द्र जयपुर में फागी रोड पर रेनवाल मांझी के पास जमीन से 5 किलोमीटर नीचे रहा। इस भूकंप की तीव्रता 3.1 रही।