सर, ये सरपंच प्रतिनिधि, प्रधान प्रतिनिधि जैसे शब्दों को गैर कानूनी घोषित कर दो : अवनी

नापासर टाइम्स। सर ये सरपंच प्रतिनिधि-प्रधान प्रतिनिधि जैसे शब्दों को गैर कानूनी घोषित कर देना चाहिए। मनचलों पर लगाम लगाने का निर्णय आपने बहुत बढ़िया लिया। अब एक काम और कर दीजिये कि सेल्फ डिफेंस को स्कूल-कॉलेज के एकेडमिक एक्टीविटी का रेगुलर पार्ट बना दीजिये।’

 

ये और कुछ ऐसी ही बातें बीकानेर के डूंगर कॉलेज की अवनी ने जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीक बैठकर माइक पर बुलंद आवाज में रखी तो सीएम मुस्कुराए और प्रभावित भी हुए। अवनी को सरकार की वे योजनाएं बहुत अच्छी लगी जिसमें कमजोर तबके के स्टूडेंट को कोचिंग की सुविधा दी गई। इसके साथ राजीव गांधी योजना में विदेश तक जाकर पढ़ाई करने के अवसर को भी उसने सराहा।

अवनी से बात करते हुए मुख्यमंत्री काफी प्रभावित हुए। कहा, ये जो तुम सरपंच प्रतिनिधि कहती हो पहले इसे सरपंच पति कहते थे। मीटिंगों में अजीब लगता था। अब धीरे-धीरे स्थितियां बदल रही है। महिलाएं खुद निर्णय लेने लगी है। राजीव गांधी ने पंचायती राज में महिलाओं को आरक्षण का अधिकार दिया तब यह तस्वीर देखने को मिली है।

कहा, क्या तुम जानती हो कि हमारे देश में संविधान लागू होने के साथ ही महिलाओं को वोट का अधिकार दिया गया। अमेरिका जैसे देश में सौ-सौ साल बाद महिलाओं को यह अधिकार मिले। सीएम ने युवा संबल योजन के लाभार्थी और पैरा ओलंपिक तीरंदाजी में मैडल लाने वाले श्यामसुंदर स्वामी से भी बातचीत की।