नापासर टाइम्स। आज यानि 17 अगस्त से शुद्ध सावन का शुक्ल पक्ष शुरू हो चुका है। इसकी शुरुआत सिंह संक्रांति पर्व से होना शुभ संयोग है। इस शुक्ल पक्ष में हरियाली तीज, नागपंचमी और रक्षाबंधन जैसे बड़े व्रत-पर्व रहेंगे। इस तरह अगस्त में कुल 9 दिन तीज-त्योहार वाले रहेंगे।
इससे पहले सावन की शुरुआत 4 जुलाई से हुई थी। 4 से 17 जुलाई तक शुद्ध सावन का कृष्ण पक्ष था। इसके बाद 18 जुलाई से अधिक मास शुरू हुआ जो कि 16 अगस्त तक था।
सावन का महीना 31 अगस्त तक रहेगा। इस पवित्र महीने के शुक्ल पक्ष में कोई तिथि क्षय नहीं होगी। जिससे ये पखवाड़ा पूरे 15 दिनों का होगा। इस महीने को रोग, क्लेश और विकारों को दूर करने वाला भी कहा जाता है। सावन महीने में की जाने वाली शिव आराधना का फल साल भर मिलता है।
*सावन सोमवार को शिव पूजा*
इस महीने शिवजी की विशेष पूजा के लिए शुद्ध सावन वाले दो सोमवार बचे हैं। जो 21 और 28 अगस्त को रहेंगे। पहले सोमवार को नागपंचमी का योग और दूसरे सावन सोमवार को प्रदोष तिथि का शुभ संयोग बनेगा। ये दोनों ही दिन शिव पूजा के लिए विशेष खास रहेंगे। सोमवार का व्रत करने से भगवान शिव-पार्वती प्रसन्न होती हैं और मनोकामना पूरी करते हैं।
सावन के शुक्ल पक्ष में भगवान शिव-पार्वती की विशेष पूजा और व्रत-उपवास करने का विधान है। इन दिनों में किए गए रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय जप से परेशानियां दूर होने की मान्यता है। ये भी माना जाता है कि इन दिनों में भगवान शिव-पार्वती की पूजा से सुख-समृद्धि और सौभाग्य बढ़ता है।
*कब कौन सा व्रत-त्योहार*
सावन का शुक्ल पक्ष सूर्य पूजा और स्नान-दान के पर्व सिंह संक्रांति से शुरू हो रहा है। जो कि 17 अगस्त, गुरुवार को रहेगी। इसके बाद 19 तारीख को हरियाली तीज का व्रत किया जाएगा। फिर 21 अगस्त को नागपंचमी व्रत होगा। इसके अगले दिन कल्की अवतार की पूजा की जाएगी।
25 अगस्त को वरलक्ष्मी व्रत किया जाएगा। 27 अगस्त को पुत्रदा एकादशी और उसके अगले दिन सोम प्रदोष व्रत किया जाएगा। महीने के आखिरी में 30 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा। वहीं, 31 अगस्त को सावन महीने की पूर्णिमा रहेगी।