नापासर टाइम्स। पर्यावरण सरक्षंण व सवर्धन के तहत जिला परिषद बीकानेर के शामलात अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत नापासर से वार्ड पंच गौरीशंकर स्वामी का चयन किया गया है, शामलात अभियान के अंतर्गत आज ग्राम पंचायत मोमासर में किये गये पर्यावरण संरक्षण के कार्यो व विकास कार्यो को देखा व जाना इसी के साथ सरह नाथनिया व लाखासर का भी विजिट किया ,मोमासर सरपंच सरिता देवी सांचेति एंव उपसरपंच व सरपंच प्रतिनिधि जुगराज साँचेती ने पर्यावरण सरक्षंण व सवर्धन के तहत आज ग्राम पंचायत मोमासर में सम्मानित किया । साथ मे जिला परिषद से पुष्कर राज,जिला परिषद के तकनीकी संस्थान से रामदीन स्वामी व अन्य पंचायतों से सरपंच व वार्डपंच मौजूद रहे ।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए वार्ड पंच गौरीशंकर स्वामी ने कहा कि बुजुर्ग बताते है कि गोचर या ओरण के स्थान से पेड़ काटने को पाप माना जाता है, हम गाय और गोचर के साथ साथ पेड़ो की महता को भूलते जा रहे है,आज हमने मिलावट का खाना शुरू कर दिया है क्योकि शामलात जैसी जमीन बची नही है ।
उपसरपंच व सरपंच प्रतिनिधि जुगराज साँचेती ने कहा कि आज के समय में हमें आत्मसात करके शामलात को बचाने की कोशिश करनी होगी, ताकि भावी पीढ़ी को परंपरागत जल संसाधन,ओरण, तालाब, गोचर एंव स्वच्छ वातावरण दे सके। प्रकृति को अमूल्य सामाजिक योगदान दें इसका आह्वान किया।
ग्राम पंचायत नापासर के सरपंच प्रतिनिधि रतिराम तावनिया ने गौरीशंकर स्वामी के चयन पर बधाई देते हुवे कहा कि पहले के समय में गोचर, ओरण, तालाब, नदी आदि जल स्रोतों पर धार्मिक एवं भावनात्मक जुड़ाव था, लेकिन वर्तमान पीढ़ी उसके प्रति चिंता भी नहीं करती ,हमे शामलात को बचाने की पूरी कोशिश करनी होगी ।