प्राचीन पाण्डरिया तलाई शिव मंदिर नापासर मे पहली बार हुआ सहस्त्रधारा रुद्राभिषेक

नापासर टाइम्स। मंगलवार को प्राचीन पांडेश्वर महादेव मंदिर पांडरिया तलाई में आयोजित सहस्त्रधारा रुद्राभिषेक व पूजन पूर्ण विधि-विधान व धूमधाम से संपन्न हुआ जिसमें आचार्य पंडित कालुराम सारस्वत आचार्य पंडित राजकुमार तिवाडी़ पंडित गोपीकिशन पुष्करणा पंडित शुभकरण पारीक पंडित राधेश्याम सारस्वत पंडित महेश जोशी पंडित श्री गोपाल ओझा पंडित गोरीशंकर जोशी पंडित श्याम सुन्दर पारीक पंडित पवन पारीक,पंडित ओमप्रकाश तावनिया पंडित पंडित महेश पुष्करणा पंडित मगन शास्त्री पंडित विष्णु पारीक व पाण्डेश्वर महादेव के मुख्य पुजारी बजरंग जी पारीक के द्वारा सहस्त्रधारा रुद्राभिषेक सर्व कल्याण व गौ हितार्थ पूजन अर्चन हुआ और श्रृंगार बीकानेर के पंडित अशोक जोशी द्वारा किया गया पूजन के यजमान देव किशन सोनी महादेव सोनी राजकुमार सोनी करणी दान सोनी ने भगवान शिव का अर्चन किया जिसमें भारी संख्या में जन समूह ने दर्शन किया पंडित गोपीकिशन पुष्करणा ने बताया कि पार्थिव शिवलिंग की पूजा से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है। शिवजी की अराधना के लिए पार्थिव पूजन सभी लोग कर सकते हैं, फिर चाहे वह पुरुष हो या फिर महिला। यह सभी जानते हैं कि शिव कल्याणकारी हैं। जो पार्थिव शिवलिंग बनाकर विधिवत पूजन अर्चना करता है, वह दस हजार कल्प तक स्वर्ग में निवास करता है।शिवपुराण में लिखा है कि पार्थिव पूजन सभी दुःखों को दूर करके सभी मनोकामनाएं पूर्ण करता है।यदि प्रति दिन पार्थिव पूजन किया जाए तो इस लोक तथा परलोक में भी अखण्ड शिव भक्ति मिलती है।पार्थिव शिवलिंग के सामने समस्त शिव मंत्रों का जाप किया जा सकता है। रोग से पीड़ित लोग महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी कर सकते हैं और भगवान उज्जैन महाकाल से प्रार्थना की आगे भी ऐसे कार्यक्रम होते रहे इसी मंगल कामना के साथ वन भोजन का भी आयोजन रखा गया।