नापासर टाइम्स। देश में गायों की दशा दयनीय हो चली है।दुर्भाग्य है कि इस देश में विदेशी कुत्ते घरों में आराम फरमा रहे हैं और गायें सड़कों पर मारी जा रही हैं। यह बातें भोजास गांव के श्रीखेतेश्वर कृष्ण गौ सेवा समिति गौशाला में गौ कृपा कथा के दूसरे दिन सोमवार को कथावाचिका साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती दीदी ने कही। उन्होंने कहा कि बेचारी गाय बरसात में भीगती, धूप में तपती और ठंठ में ठिठुरती रहती है।जब गाय दूध देना बंद कर देती है या बूढ़ी हो जाती है तो उसके साथ बुरा सलूक किया जाता रहा है।हम अपने घर से सुधार कर गाय को दिल से माता मानकर उनकी देखभाल मां की तरह करनी होंगी। हम सुधरेंगें तो ही देश सुधरेगा।
उन्होंने कहा कि गौ माता जिस जगह खड़ी रहकर आनंदपूर्वक चैन की सांस लेती है, वहां वास्तु दोष सदा के लिए समाप्त हो जाते हैं । गौ माता में तैंतीस कोटी देवी देवताओं का वास है। गौ माता खुशी से रभांने से देवी देवता पुष्प वर्षा करते हैं। गौ माता के गले में बंधी घंटी बजने से गौ आरती होती है। जो व्यक्ति गौ माता की सेवा पूजा करता है उस पर आने वाली सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती है। गौ माता की महिमा को अतुल्य बताते हुए उन्होंने कहा कि गौ माता के बिना संसार की रचना अधूरी है। गौ माता में दिव्य शक्तियां होने से संसार का संतुलन बना रहता है।
आयोजन समिति के विजय सिंह पुरोहित ने बताया कि जन्माष्टमी तक कथा प्रतिदिन दोपहर 12:15 से शाम 4:15 बजे तक चलेगी।