नापासर टाइम्स। सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के बाद बीकानेर संभाग में पुलिस हाई अलर्ट पर है। रेंज में ए कैटेगरी की नाकाबंदी करने के साथ ही गांवों में जगह-जगह दबिश दी जा रही है। वहीं, लूणकरनसर में रोहित गोदारा के घर के आसपास भी पुलिस तैनात कर दी गई है। पुलिस को रोहित का तलाश है।
रोहित लूणकरनसर के कपुरीसर गांव का मूल निवासी है। काफी समय से उसका परिवार एक बीएचएम में रहता है। ऐसे में पुलिस ने दोनों ही जगह अपनी गश्त बढ़ा दी है। एक बीएचएम सहित आसपास के गांवों में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। दरअसल, इस हत्याकांड से रोहित गोदारा को जोड़कर देखा जा रहा है। रोहित अर्से से अपने गांव में नहीं आया है।
माना जा रहा है कि परिवार के लोगों से उसका संपर्क बना हुआ है। ऐसे में पुलिस उनसे भी पूछताछ कर सकती है। रोहित ने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर राजू ठेहट को मारने की जिम्मेदारी ली थी। लॉरेंस ग्रुप से जुड़े रोहित की पोस्ट पर पुलिस सकते में आ गई। बीकानेर पुलिस को अलर्ट किया गया। आईजी ओमप्रकाश खुद एक्टिव मोड पर है।
*शहर में भी गश्त*
उधर, बीकानेर शहर के मुख्य मार्गों पर भी गश्त की जा रही है। राजू ठेहट की हत्या के संदिग्धों के बीकानेर की ओर आने की आशंका में ए कैटेगरी का अलर्ट जारी किया गया है। जयपुर रोड, गंगानगर सर्किल सहित अनेक क्षेत्रों में हथियारबंद पुलिस तैनात की गई है। आने-जाने वाले हर वाहन को गंभीरता से चैक किया जा रहा है। न सिर्फ मुख्य मार्गों पर बल्कि गांवों की ओर जाने वाले रास्तों में भी पुलिस की गाड़ियां दौड़ रही है।
*बीकानेर जेल में हुई थी आनन्दपाल और राजू ठेहट के बीच गैंगवार*
राजस्थान में गैंगस्टर आनन्दपाल और राजू ठेहट के बीच सबसे बड़ी गैंगवार बीकानेर की सेंट्रल जेल में हुई थी। गैंगवार में बलबीर बानूड़ा की हत्या हुई थी। आनन्दपाल ने इसका बदला लेते हुए दो लोगों काे मार डाला। कुछ देर में तीन लोगों की हत्या के बाद पूरे राज्य में सनसनी फैल गई थी। दरअसल, किसी बात को लेकर कैदियों में बोलचाल हो गई थी। इस दौरान एक गुट के जयप्रकाश सहारण ने वार्ड संख्या पांच के सामने दूसरे गुट के बलबीर बानूड़ा की गोली मार हत्या कर दी थी। जवाब में दूसरे गुट के आनंदपाल सिंह और उसके साथियों ने हमला कर दिया। इनके पास हथियार नहीं थे। जेल में ही दीवारों से ईंट व पत्थर उठाकर हमला कर दिया। जयप्रकाश और उसके साथी रामपाल जाट को ईंटों से तब तक मारा जब तक कि उसने दम नहीं तोड़ दिया।
*बीकानेर में है ठिकाने*
आनंदपाल और राजू ठेहट दोनों के ही बीकानेर में ठिकाने रहे हैं। खासकर आनंदपाल से जुड़े कई गुर्गे बीकानेर के ग्रामीण क्षेत्रों में रहते आए हैं। जब पुलिस आनंदपाल को ढूंढ रही थी, तब भी बीकानेर के बज्जू सहित अनेक क्षेत्रों में उसके होने का शक था। आनंदपाल से जुड़े कई गुर्गों के तार बीकानेर, खाजूवाला, बज्जू, पूगल सहित अनेक क्षेत्रों में जुड़े रहे हैं। राजू ठेहट से जुड़े कई गुर्गे भी बीकानेर के ग्रामीण क्षेत्रों में शरण लेते रहे हैं। अब रोहित गोदारा की तलाश भी बीकानेर में हो रही है।
*फिर भी जेल में ढिलाई*
इस बड़े गैंगवार के बाद भी बीकानेर जेल में मोबाइल मिलने की घटनाएं आम है। कुछ समय पहले ही यहां नुकीले हथियार भी बैरक में मिले थे। जेल में रहने वाले बंदी कई आपत्तिजनक सामान अपने पास छिपाकर रखते हैं। जेल में मोबाइल सहित अनेक सामान पहुंचाने के मामले में सुरक्षा प्रहरियों पर भी कार्रवाई होती रही है।