नापासर टाइम्स। जहां एक तरफ राजस्थान सरकार युवाओं को रोजगार देने के बड़े-बड़े सपने दिखा रही है, वहीं साल 2018 से अभी तक पेपर लीक केसेस में राज्य का रिकॉर्ड बन गया है. ऐसे में प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य ‘सीज’ होता हुआ दिखाई देने लगा है. दो दिन पहले ही वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर निरस्त हुआ है. इस परीक्षा के लिए दो वर्ष से अभ्यर्थी इंतजार में थे.
बोर्ड की ओर से 2300 पदों पर 2020 में भर्ती की विज्ञप्ति निकाली गई और 4,09,129 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया. परीक्षा में 2,11,174 अभ्यर्थी बैठे थे. परीक्षा 12 और 13 नवंबर को हुई. कुल 16.36 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. बोर्ड की यह अभी तक की बड़ी भर्ती परीक्षा थी, लेकिन यह भी निरस्त हो गई. आइये जानते हैं कि वर्ष 2018 से लेकर अभी तक सरकार के द्वारा कराई गई कितनी परीक्षाएं निरस्त हुई है. जिसकी वजह से लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में फंस गया है.
*लाखों अभ्यर्थियों को दोबारा देनी होगी परीक्षा*
वनरक्षक भर्ती परीक्षा रद्द होना कोई नई बात नहीं है. यहां तो परीक्षा रद्द होना राज्य के हिस्से में आ सा गया है. नाराज युवा आंदोलन करता है और मायूस होकर बैठ जाता है. वनरक्षक के लिए फिर से 4 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी पड़ेगी. यह परीक्षा जनवरी में फिर आयोजित होगी या नहीं? इसकी कोई पुख्ता जानकारी देने को सरकार तैयार नहीं है. राजस्थान में चार सालों से यही चलता आ रहा है. युवा बेइंतहा परेशान हो रहे हैं. परिक्षाओं का पेपर लीक हो रहा और सरकार के सारे दावे फेल हो जाते हैं.
*कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा 2018:*
पुलिस की परीक्षा विवादों में हो गई. 15 हजार पुलिस कांस्टेबल पदों की भर्ती परीक्षा में पुलिस को 11 मार्च 2018 को प्रश्न पत्र लीक होने की जानकारी मिली थी. इसके बाद 17 मार्च को परीक्षा रद्द की गई. इससे पहले हुई पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में सीकर के एक ही सेंटर के एक ही कमरे से कई विद्यार्थियों का चयन सवालों के घेरे में आया था. इसके बाद से युवाओं में निराशा का माहौल बन गया था.
*लाइब्रेरियन थर्ड भर्ती परीक्षा 2018:*
युवाओं को एक मौक़ा जब लाइब्रेरियन थर्ड ग्रेड भर्ती परीक्षा में शामिल होने को मिला तो इसमें भी इन्हे निराशा मिली. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 29 दिसम्बर 2019 को आयोजित हुई परीक्षा को पेपर लीक होने पर रद्द किया गया. परीक्षा रद्द होने की वजह से बेरोजगारों को परीक्षा के लिए दोबारा कई महीनों तक इंतजार करना पड़ा. लाइब्रेरियन थर्ड ग्रेड भर्ती परीक्षा-2018 का अंतिम परीक्षा परिणाम जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया था.
*जेईएन सिविल डिग्रीधारी भर्ती 2020:*
इस परीक्षा में भी बड़ा खेल हुआ था. इस मामले में बोर्ड अध्यक्ष को इस्तीफा देकर भागना पड़ा था. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से जेईएन सिविल डिग्रीधारी के 533 पदों के लिए 6 दिसम्बर 2020 को भर्ती परीक्षा कराई गई थी. जब पेपर लीक हुआ तो परीक्षा रद्द कराई गई. बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन बीएल जाटावत ने हाथ खड़े कर दिए थे. अभ्यर्थियों के हाथ यहां भी निराशा ही लगी.
*शिक्षक भर्ती परीक्षा 2021:*
रीट का परिणाम सबसे कम समय में जारी करने का रेकॉर्ड बनाने वाली सरकार खुद इस परीक्षा के फेर में उलझ गई. खुद मुख्यमंत्री को रीट द्वितीय लेवल का प्रश्न पत्र आउट होने की घोषणा करनी पड़ी. एसओजी अब तक 60 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. अभी भी राज्य में इसका कोई समाधान नहीं निकाला गया है. लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ जारी है.
*जेईएन भर्ती 2022 :*
यहां भी मनमानी हुई और अभ्यर्थी परेशान हैं. बिजली विभाग के जेईएन भर्ती में जयपुर के राजधानी इंजीनियरिंग में ऑनलाइन पेपर लीक करने पर बवाल मचा. ऑनलाइन हो रही इस परीक्षा में तकनीकि समस्या के चलते एक सेंटर का पेपर दोबारा करवाने की बात पर मामला शांत हुआ था.
*पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2022:*
पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2022 का भी पेपर लीक हुआ. इसका पेपर 14 मई की दूसरी पारी का प्रश्न पत्र आखिरकार खुद पुलिस ने रद्द कर दिया. अब प्रदेश के ढाई लाख से अधिक अभ्यर्थियों को दोबारा परीक्षा देनी होगी. सरकार सफाई देती रही लेकिन परिणाम सिफर रहा है.