राजस्थान: प्याज के कट्टों में भरा था 2 करोड़ का डोडा पोस्त, देखकर दंग रह गई पुलिस, 3 तस्कर गिरफ्तार

नापासर टाइम्स। चूरू जिले की रतनगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 2 करोड़ रुपये का डोडा पोस्त बरामद किया है. आरोपी प्याज के कट्टों के नीचे डोडा पोस्त छुपाकर तस्करी के लिए राजस्थान से हरियाणा लेकर जा रहे थे. पुलिस ने इस मामले में हरियाणा के रहने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर वाहन को जब्त कर लिया है. रतनगढ़ सीआई सुभाष बिजारणियां के मुताबिक चूरू पुलिस की स्पेशल टीम के कांस्टेबल विक्रम धन्नाराम के जरिए सूचना मिली कि चित्तौड़गढ़ से एक मिनी ट्रक में प्याज के कट्टों के नीचे बड़ी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ भरकर लाया जा रहा है.

डीएसटी की सूचना पर तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस ने मेगा हाईवे पर मालासर के पास ट्रक को रोककर उसकी तलाशी ली. ट्रक की तलाशी के दौरान पुलिस द्वारा 66 कट्टों में भरा 1 हजार 350 किलो डोडा पोस्त बरामद किया गया जिसकी कीमत लगभग 2 करोड़ के आस पास है. फिलहास पुलिस ने मिनी ट्रक सहित डोडा पोस्त को जब्त कर आरोपी धर्मपाल, नरेश व सुरेश को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है.

*बाड़मेर DST ने जब्त किया था 6 करोड़ 60 लाख का डोडा पोस्त*

बीते 11 अक्टूबर को बाड़मेर पुलिस की स्पेशल टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 44 क्विंटल डोडा पोस्त से भरे ट्रक को जब्त किया था. पुलिस द्वारा जब्त किए गए मादक पदार्थ की कीमत लगभग 6 करोड़ 60 लाख के आसपास बताई गई थी. इसके अलावा पुलिस ने 2 तस्करों को भी गिरफ्तार किया था जिनमें से एक आरोपी देवाराम पर 12 हजार का इनाम घोषित है. बाड़मेर पुलिस अधीक्षक ने मुखबिर की सूचना पर तुरंत संज्ञान लेते हुए डीएसटी की टीम को कार्रवाई के निर्देश दिए थे.

*विधानसभा चुनाव के चलते सतर्क हैं एजेंसियां*

राजस्थान में विधानसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लग चुकी है. वहीं चुनाव आयोग के निर्देशानुसार निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए राजस्थान की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं. पिछले 1 महीने के दौरान राजस्थान पुलिस एवं अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर प्रदेश के अलग- अलग इलाकों में छापेमारी कर बड़ी मात्रा में शराब, ड्रग्स और कैश बरामद किया है. चुनाव आयोग के मुताबिक जब्त किए गए सामान की कीमत 125 करोड़ रुपये से ज्यादा है. गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जयपुर दौरे के समय चुनाव को प्रभावित करने वाले मामलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे.