नापासर टाइम्स। पुष्करणा ब्राह्मण समाज को ओबीसी में शामिल करने या फिर EWS में आरक्षण का कोटा बढ़ाने की मांग उठी है। बीकानेर के एमएम ग्राउंड में आयोजित पुष्करणा ब्राह्मणों के महाकुंभ में शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा- अगर समाज ओबीसी में शामिल होना चाहता है तो मैं उनकी मांग के साथ हूं। वैसे बेहतर ये होगा कि हम EWS के आरक्षण का कोटा बढवाने की मांग करें।
इस महाकुंभ में बीकानेर के अलावा जैसलमेर, जोधपुर, बाप, फलोदी, अलवर, नई दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों से समाज के लोग शामिल हुए।
महाकुंभ को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला ने कहा- ओबीसी में अब मेरिट ज्यादा रहने लगी है। ओबीसी के लोग पढ़ने में काफी मेहनत कर रहे हैं। बेहतर होगा कि EWS में कोटा बढ़वाने की बात कहें। ताकि हमारे स्टूडेंट्स को लाभ मिले, युवाओं को नौकरी मिले। इस पर उपस्थित लोगों ने ओबीसी में शामिल करने की मांग रखी। बड़ी संख्या में लोगों ने ओबीसी में शामिल होने की इच्छा जताई तो कल्ला ने कहा कि अगर समाज ओबीसी में शामिल होना चाहता है तो मैं समाज के साथ हूं। वैसे EWS का कोटा बढ़ाना ज्यादा बेहतर है। डॉ. कल्ला ने कहा कि समाज जो तय करेगा, वो उसके साथ रहेंगे।
टिकट में मदद करूंगा : कल्ला
डॉ. कल्ला ने कहा- कांग्रेस पार्टी से अगर कोई युवा खड़ा होना चाहता है तो मैं उनकी मदद करूंगा। सभा में फलोदी से आए नेताओं की ओर इशारा करते हुए डॉ. कल्ला ने कहा कि वो अपनी पार्टी से टिकट दिलवाने में पूरी मदद करने के लिए तैयार है।
मेरे हारने से समाज को फर्क पड़ेगा
डॉ. कल्ला ने कहा कि मुझे समाज के लोगों ने ही छह बार जीत दिलाई है। पिछली बार मुझे हरा दिया था। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा । मैंने स्वाध्याय किया लेकिन समाज पर इसका फर्क पड़ा। हम किसी को पीछे लाने की कोशिश करने के बजाय आगे बढ़ाने का प्रयास करें।
14 सीटों पर ताकत दिखाने की बात
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि विधानसभा की 14 सीटों पर हमारा प्रभाव था लेकिन धीरे धीरे हमने इसे खो दिया। अब बीकानेर पश्चिम के अलावा जोधपुर से एक सीट आती है। विप्र फाउंडेशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मधु आचार्य ने सबसे पहले इस बात को रखा, जिसके बाद शहर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रामकिशन आचार्य ने भी कहा कि इन विधानसभाओं पर फिर से कब्जा करने की जरूरत है। बाद में अधिकांश वक्ताओं ने कहा कि जहां हम निर्णायक स्थिति में है, वहां एकजुट होकर काम करना होगा।