नापासर टाइम्स। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने तीसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने के दौरान विपक्ष ने भारी हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने बजट लीक किया है। भारी हंगामा करते हुए विपक्षी सदस्य सदन के वेल में आ गए। विपक्ष ने ये भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने बजट की पुरानी लाइनें पढ़ीं हैं। भारी हंगामे के कारण सदन आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।
बजट में राजस्थान के सभी वर्ग के लोगों के लिए लोक लुभावन घोषणाएं तय हैं। ये बजट इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। सरकार ने बजट की थीम बचत, राहत और बढ़त रखी है।
बजट भाषण की शुरुआत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार ने हर वर्ग के लोगों के लिए काम किया है। कोरोना काल में कोई भूखा नहीं सोया। प्रदेश की जनता को और अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के लिए 800 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहीं मनरेगा के तहत गांव में 100 दिन के रोजगार को बढ़ाकर 125 दिन का किया जा रहा है। इस पर करीब 750 करोड़ रुपए खर्च होंगे।