नापासर टाइम्स। करीब तीन महीने बाद खाटू श्याम बाबा के पट खुले तो श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बाबा के दरबार और भक्तों के बीच कांच लगाया गया है। इसकी वजह से प्रसाद नहीं चढ़ाया जा सकेगा। पारदर्शी कांच से ही दर्शन हो रहे हैं। इसी के साथ मंदिर परिसर में कई अन्य परिवर्तन किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो। खाटूश्यामजी मंदिर कमेटी का दावा है कि सामान्य दिनों में मात्र 10 मिनट में खाटू बाबा के दर्शन हो सकेंगे।
सुबह 11 बजे ही खुले पट
खाटूश्यामजी मंदिर कमेटी ने रविवार को पट खुलने के समय से संबंधित एक आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया था कि सोमवार शाम सवा चार बजे आम भक्तों के लिए मंदिर खोला जाएगा। सोमवार सुबह 11 बजे ही दर्शन के लिए पट को खोल दिया गया। सीकर की प्रभारी मंत्री शकुंतला रावत सुबह ही मंदिर पहुंच गई थीं। उनके दर्शन करने के बाद आम लोगों को मंदिर में प्रवेश की इजाजत दी गई। अब हर दिन सुबह 4:30 से रात 10 बजे तक दर्शन हो सकेंगे।
खाटूश्यामजी के भक्त राजस्थान के साथ ही दिल्ली, हरियाणा समेत देश के अलग-अलग राज्यों में हैं। पट खुलते ही भक्त सुबह ही दर्शनों के लिए पहुंच गए थे। भक्तों को दर्शन आसानी से हो, इसका पूरा इंतजाम किया गया है। इस कारण कई बदलाव भी किए गए हैं। लखदातार ग्राउंड में लाइन की संख्या ज्यादा करने के साथ ही एग्जिट भी दो की गई है। बिजली की लाइनों को भी अंडरग्राउंड किया गया है।
वीआईपी समेत कुल 14 लाइन
श्याम मंदिर कमेटी ऑफिस के पास 75 फीट का ग्राउंड है। इस ग्राउंड में पहले 4 बैरिकेट्स में भक्त खड़े होकर मंदिर की तरफ आगे बढ़ते थे। अब वीआईपी समेत कुल 14 लाइन बनाई गई है। इनमें पुरानी लाइन भी शामिल है। पुरानी लाइन में लगकर आने वाले भक्तों का एग्जिट नए पूछताछ केंद्र की तरफ कबूतर चौक के रास्ते होगा। नई लाइन में लगने वाले श्रद्धालुओं का एग्जिट 40 फीट के रास्ते कला भवन के पास होगा। इंक्वायरी सेंटर को मंदिर चौक के बाहर शिफ्ट किया गया है ताकि श्रद्धालु बिना भीड़ में घुसे इंक्वायरी सेंटर से जानकारी ले सकें।
जिगजैग के बीच 8 फीट का स्पेस
75 फीट ग्राउंड में जिगजैग के बीच एक बड़ा 8 फीट का स्पेस रखा गया है। इससे मेले के दौरान सेवक जिगजैग में लगे श्रद्धालुओं तक पानी मुहैया करा सकेंगे। नए 75 फीट के जिगजैग में लगने के बाद श्रद्धालुओं को आम दिनों में करीब 10 मिनट में दर्शन हो पाएंगे।
दिव्यांगों के लिए लगी लिफ्ट को हटाया
मुख्य मंदिर परिसर में इस बार दिव्यांगों के लिए लगी लिफ्ट हटा दी गई है। मंदिर मूर्ति के सबसे पास वीआईपी न से ही दिव्यांगों को दर्शन होंगे। मंदिर में पहले की तरह अब फेरी नहीं दे सकेंगे। इसके अलावा श्रद्धालु किसी भी लाइन में लगकर दर्शन कर सकते हैं। उसे एक जैसे ही दर्शन होंगे। मंदिर की पुरानी जिगजैग में लगने वाले श्रद्धालु एक 4 फीट के रैंप से दर्शन करेंगे।
लखदातार ग्राउंड में टीनशेड लगाया लखदातार ग्राउंड टीनशेड भी लगाया गया है। रींगस रोड पर 4 किलोमीटर का पैदल मार्ग बनाया गया है, जिससे मेले के अलावा अन्य दिनों में भी पैदल यात्रियों के लिए सुरक्षा हो। हालांकि खाटू श्याम कस्बे में कुछ सड़कों का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया। इन्हें काम चलाने भर के लिए बना दिया गया है।
पारदर्शी कांच लगाया
मूर्ति के सामने एक पारदर्शी कांच लगा दिया है। मंदिर में अब प्रसाद नहीं चढ़ाया जा सकेगा। हालांकि जगह-जगह 40 से ज्यादा दानपात्र लगाए गए हैं। इसके अलावा मंदिर में लगे शटर की ऊंचाई भी बढ़ा दी गई है। मेले जहां मंदिर कमेटी के पास निशान जमा होते थे, उन्हें अब 75 फीट ग्राउंड के एंट्री गेट पर ही शिफ्ट कर दिया गया है। मेले के दौरान इसमें बदलाव किया जाता है। मंदिर के मुख्य परिसर में फायर सिस्टम भी लगा दिया गया है।
सुरक्षा में लगे 1100 पुलिस और आरएसी के जवान मंदिर कमेटी की ओर से वर्तमान में करीब 67 गार्ड ड्यूटी में लगे हुए हैं। इसके अलावा तीन एजेंसियों की करीब 45 महिलाएं और करीब 42 पुरुष गार्ड ड्यूटी दे रहे हैं। CCTV कंट्रोल रूम को मंदिर कमेटी ऑफिस के बिल्कुल पास बनाया गया है। इसके अलावा करीब 1100 पुलिस और आरएसी के जवान ड्यूटी कर रहे हैं। कस्बे में करीब 16 ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
इस तरह होंगे दर्शन
• भक्त सबसे पहले मांगीलाल धर्मशाला के पास
पहुंचेंगे।
यहां से 75 फीट ग्राउंड में जिगजैग लाइन में लगेंगे।
प्रवेशद्वार में एंट्री लेकर मंदिर परिसर में पहुंचकर बाबा के दर्शन करेंगे।
मंदिर में दर्शन का टाइम पहले जैसा ही रहेगा। भीड़ बढ़ने और मेले के दौरान इसमें बदलाव किया जाएगा।
लक्खी मेला 22 फरवरी को
बाबा खाटूश्याम का लक्खी मेला 22 फरवरी से शुरू होने जा रहा है, जो 4 मार्च को खत्म होगा। ऐसे में अब मेले तक हर दिन लाखों श्रद्धालु बाबा खाटूश्याम के दर्शन करेंगे। बता दें क खाटू श्याम मंदिर 13 नवंबर 22 से बंद था।