इस समय पौष माह का शुक्ल पक्ष चल रहा है। हर माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी पर मासिक दुर्गाष्टमी पड़ती है। पौष माह में दुर्गाष्टमी का पर्व 30 दिसंबर को पड़ रहा है। मासिक दुर्गाष्टमी का पर्व मां दुर्गा को समर्पित होता है। मासिक दुर्गाष्टमी पर विधि- विधान से मां दुर्गा की उपासना की जाती है। मां दुर्गा की पूजा- अर्चना करने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। आइए जानते हैं मासिक दुर्गाष्टमी पर मां को प्रसन्न करने के लिए कैसे करें पूजा- अर्चना-
*मुहूर्त-*
पौष, शुक्ल अष्टमी प्रारम्भ – 07:32 पी एम, दिसम्बर 29
पौष, शुक्ल अष्टमी समाप्त – 06:48 पी एम, दिसम्बर 30
*मासिक दुर्गाष्टमी पूजा- विधि:*
इस दिन सुबह उठकर जल्गी स्नान कर लें, फिर पूजा के स्थान पर गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।
मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।
मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
*पूजा सामग्री की पूरी लिस्ट*
लाल चुनरी
लाल वस्त्र
मौली
श्रृंगार का सामान
दीपक
घी/ तेल
धूप
नारियल
साफ चावल
कुमकुम
फूल
देवी की प्रतिमा या फोटो
पान
सुपारी
लौंग
इलायची
बताशे या मिसरी
कपूर
फल-मिठाई
कलावा