संभागीय आयुक्त नीरज के पवन की नियम व सुरक्षा विरुद्ध निर्णयों पर विधायक सुमित गोदारा ने की कार्रवाई की मांग,पहले भी लग चुके भ्रष्टाचार के आरोप, विधानसभा में प्रश्नकाल में उठाया मुद्दा

नापासर टाइम्स। लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा ने आज विधानसभा में प्रश्नकाल में पूछा कि मेडिकल कॉलेज चौराहा, एस एस बी ब्लॉक , मेडिसिन विंग, आई हॉस्पिटल के पास अवैध बसों का ठहराव हो रहा है व निजी बसों का संचालन हो रहा है तथा वहां पर निजी बसों के लिए बस स्टैंड भी बना रखा है पहले भी मेडिकल कॉलेज चौराहे के पास तीन मेडिकल विद्यार्थियों की मौत हो चुकी है और वहीं से ही बसों का संचालन हो रहा है । क्या यह उचित है तथा सरकार कह रही है कि बसों का ठहराव व संचालन का आदेश कोई सक्षम अधिकारी द्वारा नहीं दिया गया है तो क्या सरकार जयपुर से आदेश जारी करेगी कि मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल के पास नियम विरुद्ध जाकर जो अवैध बसों का ठहराव व संचालन हो रहा है ,वो बन्द हो ।अपने विभाग को निर्देश देंगे कि वहां पर बसों का ठहराव व संचालन नहीं हो ।
सरकार की तरफ से जवाब देते हुए राज्य परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला ने कहा कि सरकार की तरफ से हॉस्पिटल व मेडिकल कॉलेज चौराहे के पास अवैध बसों के ठहराव का कोई आदेश सक्षम अधिकारी द्वारा नहीं दिया हुआ है ।
विधायक गोदारा ने सदन में कहा की हमारे बीकानेर में नियमों की अवहेलना करने वाले आदतन संभागीय आयुक्त नीरज के पवन द्वारा अवैध बसों के ठहराव व संचालन के बिना लिखित आदेश जारी किए उन्होंने कैसे मौखिक आदेश दे दिए ?
विधायक गोदारा ने सदन में कहा कि बिना परिवहन अधिकारी ,कलेक्टर व सार्वजनिक निर्माण विभाग अन्य एजेंसियों के बिना तथा टेक्निकली अधिकारियों की बिना सलाह लिए नियमो व सुरक्षा के विरुद्ध जाकर संभागीय आयुक्त नीरज के पवन द्वारा जो बसों का ठहराव व संचालन का कार्य किया गया है । तो क्या सरकार अपने विभाग के अधिकारियों व संभागीय आयुक्त पर कार्यवाही करने का विचार रखती है ।
परिवहन राज्यमंत्री बृजेंद्र ओला ने कहा कि हमारे किसी भी सक्षम अधिकारी द्वारा मेडिकल कॉलेज , हॉस्पिटलों के पास बसों के ठहराव व संचालन का कोई आदेश नहीं दिया गया है और मैं विभाग को निर्देश दूंगा कि पहले जो निर्धारित मार्ग था वहां पर ही बसों का ठहराव व संचालन हो मैं इस पूरे मामले की जांच करवाउँगा ।
जिससे मेडिकल कॉलेज, एसएसबी ब्लाक व हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े व हादसों की पुनरावृत्ति ना हो |