*जाने तोलियासर मेले में हुए सुथार हत्याकांड की अंदरूनी रिपोर्ट,पुलिस ने किया खुलासा*

नापासर टाइम्स। तोलियासर मेले के दौरान 9 सितंबर को बेगुनाह युवक सांवरमल सुथार मारा गया और आरोपी मनोज जाट चाकू लेकर मेले में अपने साले सांवरमल जाट को मारने आया था। यह खुलासा हुआ है बुधवार को। पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सीओ दिनेश कुमार और थानाधिकारी बलवीर मील ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य आरोपी मनोज जाट का अपनी पत्नी के साथ पहले से ही विवाद चल रहा है। उसका विवाह पाबूसर में हुआ था और उसकी पत्नी ससुराल रहने के बजाय कस्बे के आडसर बास में अपने भाई सांवरमल जाट के यहां रहती थी। और इसी विवाद के चलते आरोपी ने अपने साले को मारने की योजना बनाई और चाकू लेकर ही मेले में पहुंचा था। मेले के दौरान उसे अपनी पत्नी के मेले में पैदल जाने की सूचना मिली। मेले में श्रीडूंगरगढ़ से तोलियासर तक लगातार भीड़ चल रही थी और ऐसे में आरोपी ने मौके का फायदा उठाने का मानस बनाया। मनोज जाट मोटरसाइकिल पर लेखराम के साथ कांकड़ भैरव मंदिर से कुछ दूर पहले पहुंचा उसे अपनी पत्नी नजर आई। उसने पत्नी से हाथ पकड़ा तो मौके पर से झगड़े की स्थिति बन गई। इस दौरान पीछे से आ रहें सांवरमल सुथार व उसके दोस्तो छेड़छाड़ समझा व मनोज को फटकार लगाई। माकोज से क्षेत्री पत्नी है लेकिन उसकी पत्नी ने उसके खुद का पति होने से इंकार कर दिया। ऐसे में सांवरमल सुथार का मनोज से विवाद हो गया और सांवरमल ने उस पर हाथ उठा दिया। इसी बात पर गुस्सा होते हुए मनोज ने उसे चाकू मार दिया।

वारदात के बाद भी मेले में घूमने गया आरोपी
मनोज पुत्र दुलाराम जाट निवासी धीरदेसर चोटियान और सह आरोपी लेखराम चाकू मारने के बाद वहां भाग छुटे। दोनों वहां से झंवर बस स्टैंड आए और यहां उसके दो दोस्त शीशपाल व मनोज पुत्र भंवरलाल बीकानेर से मेले में शामिल होने आए। वारदात के बाद भी आरोपी बिना घबराए उन्हें लेकर वापस मेले की ओर गया। आरोपी ने अपने इन दोस्तों से वारदात की कोई चर्चा नहीं कि परंतु लेखराम घबरा गया और उसने अपने दोस्तों को युवक को चाकू मार देने की बात बताई। इस पर दोनों नाराज होते हुए वहीं उतर गए। इसके बाद आरोपी मनोज मौके से फरार हो गया और लेखराम, शीशपाल व मनोज पुत्र भंवरलाल को पुलिस ने पकड़ लिया। बाद में घटना में शामिल नही होने के कारण शीशपाल व मनोज तो मामले से बच गए और सहआरोपी लेखराम बीकानेर जेल में है। मुख्य आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में हवालात में बंद है।

ले रहा था यहां से रिपोर्ट, पुलिस ने अनेक दोस्तों व रिश्तेदारों से जुटाए क्लू
मनोज जाट ने यहां से फरार होने के बाद अपने फोन से सिम निकाल कर फेंक दी। लगातार श्रीडूंगरगढ़ में कि सी को फोन कर यहां की अपडेट ले रहा था। वह लोगों से पूछता रहा कि क्या चल रहा है। उसने पुलिस थाने के बाहर धरना देने और नागरिकों के विरोध की जानकारी भी ली। पुलिस ने अनेक दोस्तों व रिश्तेदारों से क्लु जुटाएं। इस बीच पुलिस टीम ने अनेक पापड़ बेले व मुखबिरी करते हुए सिविल ड्रेस में मजदूरी भी की।आखिर पुलिस ने कल रात मनोज को बोच लिया व आज मामले का खुलासा कर दिया गया है।
शाबास पुलिस टीम
सीओ दिनेश कुमार के सुपरविजन में कार्यकारी थानाधिकारी बलवीर सिंह तथा हेडकांस्टेबल भगवानाराम, पुनीत कुमार, श्रीकिशन गोदारा, अजीत कुमार ने लगातार हत्यारे की गिरफ्तारी के प्रयास कर सफलता हासिल की है।