14 मार्च से खरमास आरंभ, एक माह के लिए मांगलिक कार्य पर विराम*

    नापासर टाइम्स। हिंदू धर्मावलंबियों का खास माह खरमास गुरुवार 14 मार्च से आरंभ हो रहा है। इसके साथ ही शुभ कार्य, शादी-ब्याह समेत अन्य मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। वहीं, 13 अप्रैल शनिवार को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने के बाद खरमास का समापन होगा।

    खरमास के दौरान भगवान विष्णु की विधि पूर्वक पूजा, पाठ करने से अत्यंत प्रसन्न होते हैं। खरमास के दौरान धार्मिक कार्य, दान-पुण्य करने से पितर प्रसन्न होते हैं।

    ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि फाल्गुन शुक्ल चतुर्थी उपरांत पंचमी तिथि 14 मार्च गुरुवार को दोपहर 2.37 बजे सूर्य कुंभ राशि से निकल कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास आरंभ हो जाएगा। सूर्य को संक्रांति व लग्न का राजा माना जाता है।

    इनके राशि परिवर्तन से खरमास लगता है। विवाह संस्कार के लिए गुरु-शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी होता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार जुलाई मास में शुक्र के उदय होने के बाद शादी-ब्याह का सिलसिला आरंभ हो जाएगा।

    मिथिला पंचांग के अनुसार अप्रैल में छह दिन, बनारसी पंचांग के अनुसार सात दिन शादी के शुभ मुर्हत है। वहीं इसके बाद जुलाई में शादी के कई मुहूर्त है। वहीं 17 जुलाई से चातुर्मास आरंभ होने के साथ मांगलिक कार्य पर विराम लग जाएगा।

    *शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त:*
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    *मिथिला पंचांग के अनुसार*

    अप्रैल: 18,19,21,25,26,28
    मई: 1
    जुलाई: 10,11,12

    *बनारसी पंचांग के मुताबिक*

    अप्रैल: 18,20,21,22,23,25,26
    जुलाई: 9,10,11,12,13,14,15