नापासर टाइम्स। 16 दिसंबर को खर मास शुरू होने वाला है। इसके चलते मांगलिक कामों पर रोक लग जाएगी। इसके साथ ही एक माह यानी मकर संक्रांति तक शुभ कामों पर रोक रहेगी। इसलिए शादी, सगाई, गृह प्रवेश और मांगलिक काम नहीं हो सकेंगे। अगले महीने 14 जनवरी यानी मकर संक्रांति तक खर मास रहेगा।
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते हैं कि 16 तारीख को सुबह करीब 10 बजे सूर्य वृश्चिक राशि छोड़कर धनु में आ जाएगा। इसके साथ खर मास शुरू हो जाएगा। सूर्य एक महीने तक धनु राशि में ही रहेगा। सूर्य के इस राशि परिवर्तन से धनु संक्रांति शुरू हो जाएगी। जिसे धनुर्मास भी कहा जाता है।
सूर्य जब धनु राशि रहेगा तो उस पर राहु की दृष्टि पड़ेगी। साथ ही सूर्य-शनि का द्विर्द्वादश अशुभ योग भी बनेगा। जिसके चलते अचानक मौसमी बदलाव होने की आशंका बनेगी। कुछ जगहों पर बर्फबारी और बारिश भी हो सकती है। हेमंत ऋतु होने से ठंड और बढ़ जाएगी। सितारों के अशुभ प्रभाव से कई लोगों के कामकाज में रुकावटें आ सकती हैं।
*मांगलिक कामों की मनाही*
डॉ. मिश्र ने बताया कि धार्मिक और ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, खर मास को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ, मांगलिक काम करने की मनाही होती है। इस दौरान हिंदू धर्म में बताए गए सभी मांगलिक संस्कार नहीं किए जाते हैं। इनमें खासतौर से मुंडन, शादी, सगाई, यज्ञोपवीत, नामकरण, गृह प्रवेश, गृह निर्माण और वधू प्रवेश, सहित अन्य शुभ काम शामिल होते हैं।
*मकर संक्रांति पर खत्म होगा खर मास*
16 दिसंबर से शुरू हो रहा खर मास 2023 के पहले महीने में 14 जनवरी को होगा। पंचांग के मुताबिक जब सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में आ जाएगा तो मकर संक्रांति होगी। इसके शुरू होते ही खर मास खत्म हो जाता है। 14 जनवरी को रात 9 बजे सूर्य मकर में प्रवेश करेगा। इसके साथ ही खर मास खत्म हो जाएगा।