नापासर में ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले ईरानी नागरिकों का जॉइंट इंट्रोगेशन, जासूसी के एंगल से पूछताछ,3 ईरानी नागरिकों में से एक मिलिट्री ट्रेंड, यहीं बसने के इरादे से आया था

नापासर टाइम्स। ठगी के मामले में पकड़े गए तीनों ईरान नागरिकों में से एक मिलिट्री ट्रेंड है। पत्नी सहित यहीं पर बसने के इरादे से आया था। इसी प्रकार तीनों अलग- अलग मिशन पर थे। चौकाने वाली बात ये है कि इन्होंने दिल्ली से फेक आधार कार्ड तक बनवा लिए। तीनों आरोपियों का जॉइंट इंट्रोगेशन किया जा रहा है।

अब तक की पूछताछ से पता चला है कि तीनों नागरिक अलग-अलग इरादे से भारत आए थे। सलमान उर्फ शमशेर जक्री ने ईरान में सेना की ट्रेनिंग ले रखी है। वापस ईरान लौटने लोगों के साथ हुई ठगी का पता चल सके। पर उसे सेना में जाना पड़ेगा, लेकिन वह नहीं जाना चाहता। अपनी पत्नी के साथ भारत में ही बसना चाहता है। इसी प्रकार अहमद के एक किडनी है। वह यहां किसी से किडनी लेकर ट्रांसप्लांट कराना चाहता था। तीसरा होशियार मोहम्मद शादी की खरीदारी के लिए इनके साथ आ गया। इनके पास स्टे वीजा एक महीने का ही था एक्जिट वीजा के लिए तीनों मुम्बई जा रहे थे, लेकिन नाल क्षेत्र में नाकाबंदी के दौरान पकड़े गए। क्योंकि इनकी गाड़ी की नंबर प्लेट फेक थी। तीनों को जॉईंट इंट्रोगेशन किया जा रहा है खुफिया एजेंसियों जासूसी के एंगल से गहन पूछताछ कर रही हैं।

तीनों ईरानी राजस्थान के 12 जिलों और देश के 8 राज्यों में ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं। कोर्ट में पेश एक ईरानी बदमाश को 8 फरवरी तथा शेष दो बदमाशों को 13 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर लिया है। ईरानी नागरिकों को मादक पदार्थ सप्लाई करने वाले आरोपी सुनील को जोधपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब है कि नापासर के व्यापारी हंसराज जाट से 43 हजार रुपए की ठगी की थी। आरोपी सूट-बूट और लग्जरी कार में घूमते थे। ताकि उन पर कोई शक ना कर सके।

दिल्ली से 1000 रुपए में बनवाया फेक था आधार कार्ड

बीकानेर पुलिस के हत्थे चढ़े ईरानी बदमाश बहुत ही शातिर किस्म के बदमाश हैं। सोमवार को इनसे जॉइंट इन्वेस्टिगेशन टीम ने विभिन्न तरीकों से करीब छह घंटे पूछताछ की, लेकिन इन्होंने कोई भी बात खुलकर नहीं बताई। पुलिस पूछताछ और इनकी कॉल डिटेल से पता चला कि इन्होंने राजस्थान के कई जिलों में लोगों को अपनी ठगी शिकार बनाया है। इनके गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली और उड़ीसा में घूमने के प्रमाण भी मिले हैं। पुलिस अब सभी ठिकानों की पुलिस को इनके बारे में जानकारी दे रही है। ताकि वहां के

बज्जू में भी की थी व्यापारी के साथ ठगी नापासर में ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले

ईरानी बदमाशों ने बज्जू के एक व्यापारी को भी अपना शिकार बनाया था। सोमवार को बज्जू व्यापारी विष्णु कुमार ने अपने साथ हुई ठगी की रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए अपनी आपबीती बताई। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसने बदनामी के डर से यह बात किसी को नहीं बताई थी। गिरफ्तार तीनों ईरानी नागरिकों से पूछताछ का जिम्मा बीछवाल एसएचओ महेंद्र दत्त शर्मा को सौंपा गया है। एसएचओ शर्मा ने बताया कि आरोपियों से की गई पूछताछ में सामने आया कि इन्होंने भारत के कई राज्यों और प्रदेश के कई जिलों में लोगों के साथ ठगी की है। अभी तक बीकानेर में दो ठगी के केस सामने आ चुके हैं। अन्य राज्यों और जिलों में इनके द्वारा की गई ठगी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपी बहुत ही शातिर हैं, वे कुछ भी नहीं बता रहे हैं। आरोपियों के कब्जे से मिले दस्तावेजों को भाषा के जानकारों से पढ़वाया जा रहा है।

राजस्थान के इन जिलों की पुलिस को अलर्ट किया: एडिशनल

एसपी अमित कुमार बुडानिया ने बताया कि आरोपियों के 17 अक्टूबर 2022 को श्रीगंगानगर, 28 अक्टूबर को जयपुर, 29 अक्टूबर को पाली, 30- 31 अक्टूबर को जोधपुर-बालोतरा, एक नवंबर को नागौर, 2 व 3 नवंबर को बीकानेर, 3 नंवबर को जोधपुर, 12 जनवरी 2023 को जयपुर, 25 जनवरी को अजमेर तथा 27 से 31 जनवरी तक जोधपुर और इसके बाद बीकानेर आने के प्रमाण मिले हैं। वहीं इनके गुजरात, महाराष्ट्र मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली तथा उड़ीसा में भी ठहरने के प्रमाण सामने आए हैं। ऐसे में विभिन्न राज्यों और जिलों की पुलिस को अलर्ट कर दिया है।

आरोपियों के कब्जे से यह मिला एएसपी अमित कुमार बुडानिया ने बताया कि

आरोपियों के कब्जे से तीस ऑटीजी कार्ड, 12 ईयर फोन, दो जोड़ी ईयर बर्ड, 2 सॉफ्ट क्रीम, 3 हेंगर, 13 टूथब्रश, एक पेंट ब्रश, अलग-अलग कंपनियों के सात साबुन, 16. शैंपू और दो जोड़ी जुराब मिले हैं। आरोपियों के पास मिली सामग्री से प्रतीत होता है कि यह दुकानदारों से छोटी-छोटी और कम कीमत की सामग्री खरीदते थे और उसे अपना ठगी का शिकार बना लेते। रविवार को एसपी योगेश यादव, एएसपी अमित कुमार बुडानिया तथा सीओ सदर शालिनी बजाज के निर्देशन में नयाशहर एसएचओ वेदपाल शिवराण नापासर के एसएचओ महेश शिला, गंगाशहर एसएचओ नवनीत, कोतवाली एसएचओ संजय सिंह राठौड़ तथा साइबर सेल के दीपक यादव और दिलीप सिंह ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था।