जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज ने प्रथम दिन भागवत कथा का महात्म्य बताया,राजस्थान के प्रति विशेष लगाव की बात कही,74 वां जन्मदिन नापासर में मनाएंगे

कथा श्रवण करते श्रद्धालु

नापासर टाइम्स। धर्म नगरी नापासर में दीनदयाल वासुदेव झंवर परिवार द्वारा अपने पूज्य स्व बालकिशन जी झंवर की पुण्यस्मृति में सात दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन दिनांक 28 अक्टूबर शुक्रवार से 3 नवम्बर को देशनोक रोड स्थित माहेश्वरी भवन में आयोजित किया जा रहा है,शुक्रवार को भव्य कलश यात्रा के बाद दोपहर तीन बजे शुरू हुई कथा के प्रथम दिन चक्रवती तुलसी पीठाधीश्वर रामानन्दाचार्य रामभद्राचार्य जी महाराज ने श्लोक वंदना से कथा शुरू की, भागवत कथा के महात्म्य को बताया,उन्होंने कथा प्रारम्भ से पहले कहा कि स्व बालकिशन झँवर उनके प्रिय शिष्य थे,उन्होंने नापासर में पहली बार मुझे बुलाया था,भागवत कथा का आयोजन किया था,आज उनके सुपुत्र ने अपने पिता की स्मृति में दुबारा इस तरह का सनातन धर्म की भागवत कथा का भव्य आयोजन करके अपना पुत्र धर्म निभाया है,महाराज श्री ने राजस्थान के प्रति विशेष लगाव की बात कही,अपने सम्प्रदाय का भी राजस्थान से विशेष लगाव बताया,उन्होंने अपना 74 वा जन्मदिन नापासर में मनाने की बात कही,साथ ही सालासर हनुमान जी के दर्शन करने की इच्छा भी जताई,पहले दिन कथा सुनने बड़ी संख्या देश के विभिन्न राज्यो शहरों व कस्बे सहित आसपास से महिला पुरुष श्रद्धालु उपस्थित रहे,विशाल टेंट के अंदर कथा श्रवण करने वालो के लिए शानदार व्यवस्था की गई है। शनिवार को कथा स्थल पर सुबह 9 से 12 बजे तक संगीतमय सुंदरकांड के पाठ मुंबई के प्रेमप्रकाश दुबे और सहयोगी द्वारा किये जायेंगे,शनिवार को कथा के दूसरे दिन श्री शुक्राचार्यजन्म, श्रीपरिक्षितजन्म, वराहावतार,श्री कपिलावतार आदि प्रसंग सुनाए जाएंगे।