भारत की प्रथम शिक्षिका व समाज सुधारिका सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई

नापासर टाइम्स। कस्बे के साँसी मोहल्ला में ऑल इंडिया समता सैनिक दल द्वारा महात्मा ज्योतिबा फूले पाठशाला में भारत की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फूले की 192 वीं जयन्ती उत्साहपूर्वक मनाई गई। समारोह का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा सावित्री बाई फूले के छाया चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया।
समारोह के मुख्य वक्ता सोहन लाल गोयल प्रदेशाध्यक्ष ऑल इंडिया समता सैनिक दल ने सावित्री बाई फूले के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 3 जनवरी 1831 को सावित्री बाई फूले का जन्म महाराष्ट्र के नायगांव में हुआ था। उस समय हिन्दू धर्म भयंकर छुआछूत का बोलबाला था तथा महिलाओं को शिक्षा का अधिकार नहीं था। ऐसे समय में महात्मा ज्योतिराव फूले ने अपनी पत्नी सावित्री बाई को शिक्षित कर 14 जनवरी 1848 को पूना में भारत की प्रथम बालिका स्कूल का शुभारम्भ किया और स्कूल में सावित्री बाई ने देश की प्रथम शिक्षिका के रूप में बालिकाओं को शिक्षा देने का कार्य आरम्भ किया था, जिसके परिणाम स्वरूप आज भारतीय महिलाएं स्वतन्त्र होकर खुली हवा में साँस ऐसे लेने में समर्थ हुई व वर्तमान समय में पुरुषों के समान अधिकार प्राप्त कर हर क्षेत्र में अग्रसर है। समारोह के मुख्य अतिथि बाबूलाल पन्नू ने कहा कि सावित्री बाई ने छुआछूत मिटाने, विधवा विवाह को प्रोत्साहन देने, विधवाओं के पुत्रों को पालने हेतु शिशु गृह खोलने जैसे अनेक सामाजिक कार्य जीवनपर्यन्त कर मानव जाति का उपकार किया। समारोह के अतिधिगण सन्तोष पन्नू व सरिता पन्नू ने पाठशाला के 50 छात्र-छात्राओं को स्वेटर भेंट की। समारोह में बाबूलाल मेघवाल, पप्पूराम साँसी,करवमा देवी,भूमिका पंवार,केशर राम साँसी, लिच्छूराम झांसी उपस्थित थे।