भारत ने पहलगाम हमले का लिया बदला, पाकिस्तान में 9 जगहों पर स्ट्राइक; भारतीय सेना ने 62 लश्‍कर आतंकी और हैंडलर को म‍िट्टी में म‍िलाया, मोदी ने पूरा क‍िया वादा

    भारतीय सेना ने पाक‍िस्‍तान और पाक‍िस्‍तान अध‍िकृत कश्‍मीर (POK) में म‍िसाइल से हमला करके आतंकी ठ‍िकानों को तबाह कर द‍िया. सूत्रों के अनुसार 62 लश्‍कर आतंकी और हैंडलर को मिट्टी में म‍िलाने की सूचना है. अभी संख्‍या बढ़ सकती है. पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में कार्रवाई की गई, जिसमें 26 आम लोगों की जान चली गई थी. इसके बाद पीएम मोदी ने 24 अप्रैल को ब‍िहार की धरती से क‍िए अपने वादे को पूरा क‍िया.

    *आतंकी हमले में 26 आम नागर‍िक मारे गए थे*

    22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 आम नागरिक मारे गए थे. 24 अप्रैल को मोदी ने देश से वादा किया और 7 मई की तड़के पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक किया. इस ऑपरेशन को तीनों सेनाओं, यानी आर्मी, नेवी और एयरफोर्स ने मिलकर अंजाम दिया है, और इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया है. भारतीय सेना ने साफ किया है कि इस हमले के दौरान किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया है.

    *9 आतंकी ठ‍िकानों को बनाया न‍िशाना*

    भारत ने जिन 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है, उनमें से 5 POK यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में है, और 4 पाकिस्तान के अंदर. भारत के फाइटर जेट्स सबसे अंदर 100 किलोमीटर तक पाकिस्तान के अंदर आने वाले बहावलपुर पहुंचे और वहां एयरस्ट्राइक किया.

    *भारतीय सेना ने यहां ग‍िराया म‍िसाइल*

    बहावलपुर- 100 किलोमीटर अंदर
    मुरीदके- 30 किलोमीटर अंदर
    गुलपुर- 35 किलोमीटर अंदर
    सवाई कैंप- 30 किलोमीटर अंदर
    बिलाल कैंप- दूरी निर्दिष्ट नहीं है
    कोटली कैंप- 15 किलोमीटर अंदर
    बरनाला कैंप- 10 किलोमीटर अंदर
    सरजल कैंप- 8 किलोमीटर अंदर
    महमूना कैंप- 15 किलोमीटर अंदर

    *मोदी ने क‍िया था वादा*

    बिहार के मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम में 24 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था, “मैं बहुत साफ शब्दों में कहना चाहता हूं, जिन्होंने यह हमला किया है, उन आतंकियों और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगा. सजा मिलकर के रहेगी. अब आतंकियों की बची खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है. एक सौ 40 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी.”

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