आजीविका का साधन हटने से मन मे अपार पीड़ा व आंखों में दर्द के आंसू,साहेब रास्ता भले ही चौड़ा कीजिये,मगर हमारी रोजी-रोटी के लिए पुनर्वास कीजिये……नापासर बाजार में तीन दिनों से जारी है खोखा हटाने का कार्य

नापासर टाइम्स। कस्बे के मेन बाजार में सम्भागीय आयुक्त के आदेश पर सभी प्रकार की खोखेनुमा दुकानों व अवैध अतिक्रमण हटाने के आदेश के बाद से बाजार में खलबली मची हुई है,सोमवार शाम को बीडीओ दिनेशचन्द्र मिश्रा ने पंचायत कार्मिकों के साथ मिलकर बाजार में बन्द पड़े चिन्हित किये खोखे रेहड़ी हटवाए थे,कुछ ने पहले खुद ही हटा लिए,इसके बाद मंगलवार दोपहर को बुधवार शाम 5 बजे तक सभी प्रकार के खोखे व अतिक्रमण की जद में आने वाले निर्माण को हटाने की मुनादी करवाई गई,बुधवार को खोखाधारको के एक प्रतिनिधण्डल के साथ सरपँच प्रतिनिधि रतिराम तावनिया बीकानेर में सम्भागीय आयुक्त के पास कुछ समय देने व पुनर्वास की मांग को लेकर पहुंचे मगर आयुक्त द्वारा कार्यवाई रोकने का स्पष्ट मना कर दिया गया,सुनने में यह भी आया कि खोखा रेहड़ी यूनियन का ज्ञापन भी आयुक्त ने फाड़ दिया और स्पष्ट कहा कि वो अतिक्रमण हटाले अन्यथा मज़बूरन बुलडोजर चलाया जाएगा,मुझे रास्ता क्लियर चाहिए।
बुधवार शाम को प्रतिनिधिमंडल जैसे ही नापासर पहुंचा लोगों में दहशत का माहौल हो गया। गुरुवार सुबह संभागीय आयुक्त के आने की खबर कस्बे में चारों तरफ आग की तरह फैल गई। आंखों में पानी लिए अपनी आजीविका का साधन हटने से मन मे अपार दर्द लिए खोखाधारको ने दुःखी मन से अपने-अपने खोखे हटाने शुरू कर दिए, मुख्य बाजार गीता देवी बागड़ी बालिका विद्यालय के पास स्थित खो-खो में से 60 परसेंट खोखे लोगों ने स्वयं हटाने शुरू कर दिये। वर्तमान में बाजार में काफी भीड़ व हलचल हैं और अफवाओ के चर्चे जोरो पर है। हालांकि जिला या ग्राम पंचायत प्रशासन से कोई अधिकारी बाजार नही पहुंचे है और ना ही कोई नोटिस लिखित में अभी तक दिया गया है।

आंखों में पानी दिल मे दर्द का समंदर,आजीविका पर छाया संकट

खोखाधारक व्यथित मन से अपने खोखे हटा रहे है,खोखाधारको का कहना है कि कस्बे को आदर्श बनाओ,सुंदर बनाओ मगर गरीब की रोजी रोटी मत छीनो,खोखाधारको में पीड़ा है कि उन्हें न तो समय दिया गया न पुनर्वास के लिए स्थान दिया गया,अब हम एकाएक कहा जाए,क्या करे,हमारी तो आजीविका का वर्षो से यही साधन था,अब कैसे कमाएंगे,क्या करेंगे।

उधर सरपँच प्रतिनिधि रतिराम तावनिया व प्रधान लालचन्द आसोपा ने कहा है कि खोखाधारको के लिए जल्द ही नया स्थान तय करके उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी,खोखाधारक अपने आप को अकेला न महसूस करे,हम उनके साथ है उनकी पीड़ा समझते है,कस्बे को आदर्श,स्वच्छ व सुंदर बनाने में सहयोग करे,किसी का अहित नही होने दिया जाएगा।