नापासर टाइम्स।राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से सटे भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 15 करोड़ रुपये की हीरोइन पकड़ी गई है. पाकिस्तान के तस्करों के द्वारा ड्रोन के जरिए तीन किलो हीरोइन खेत में गिराई गई थी. पुलिस कर्मियों ने ग्राहक बनाकर सौदा किया और हीरोइन की तस्करी करने वाले तीन तस्करों को पकड़ लिया. पकड़े गए तस्करों में से एक पंजाब से हीरोइन की डिलीवरी लेने आया था. यह मामला अनूपगढ़ जिले के समेजा कोठी थाना इलाके के गांव 79 एनपी का है.
एसओजी पुलिस ने 15 करोड़ रुपये कीमत की तीन किलो हेरोइन के साथ तीन तस्करों को पकड़ा है. इस दौरान पुलिस ने एक तस्कर की गाड़ी को भी जब्त किया है. मुखबिर के जरिए जानकारी मिली थी कि तस्कर नरेश कुमार और दलबीर सिंह के पास भारी मात्रा में हेरोइन है. वहीं इसे लेने के लिए पंजाब से तस्कर आने वाला है. इस पर पुलिस ने हेरोइन बेचने वाले और डिलीवरी लेने आए तस्कर को एक साथ पकड़ने की योजना बनाई.
एसओजी ने तस्कर दलबीर सिंह और नरेश कुमार से संपर्क किया. इसके बाद उनसे 25 लाख रुपये प्रति किलो के हिसाब से हेरोइन खरीदने की बात कही. इस पर दलवीर और नरेश तैयार हो गए. इन दोनों ने डेढ़ किलो हेरोइन का सौदा 37 लाख 50 हजार रुपये में कर लिया. पुलिस ने जब माल दिलवाने के लिए कहा तो दलवीर और नरेश इसी कीमत पर डेढ़ किलो हेरोइन और देने को तैयार हो गए.
पुलिस ने बताया कि जब सौदा हो गया तो एसओजी की टीम ने दलवीर और नरेश से कहा कि यह इस हेरोइन को पंजाब में किसी को बिकवा सकते हैं क्या? इस पर दलवीर और नरेश तैयार हो गए. उन्होंने एसओजी को पंजाब से आ रहे तस्कर तलवंडी शैंबो निवासी गुरुचरण सिंह के बारे में बताया. SOG का जब तस्कर गुरुचरण से संपर्क हो गया, तो उन्होंने उसे एक कोड वर्ड बताया और कहा कि वह भारतमाला रोड पर आ जाए. उसे वहां पर हेरोइन की डिलीवरी दी जाएगी.
इसके बाद गुरुचरण कार लेकर भारतमाला रोड पर आया. यहां उसे कोड वर्ड बताते ही SOG की टीम ने उसकी पहचान कर उसे पकड़ लिया. साथ ही पुलिस ने उसकी कार को जब्त कर लिया है. बरामद की गई हेरोइन का बाजार मूल्य 15 करोड़ रुपये है. पुलिस ने बताया कि अनूपगढ जिले के गांव 79 एनपी के दलबीर सिंह उर्फ काला पुत्र गुरमेल सिंह का खेत भारत-पाक के बॉर्डर की तारबंदी के पास है. दलबीर पेशे से एक ट्रक ड्राइवर है.
पूछताछ में तस्कर ने बताया कि उसको अपने खेत में हेरोइन का एक पैकेट पड़ा मिला था. उसने इसकी जानकारी अपने साथी ट्रक ड्राइवर नरेश कुमार पुत्र इंद्राज मेघवाल को दी. इसके बाद दोनों ने हेरोइन को बेचने के लिए पंजाब के बठिंडा जिले के तलवंडी शंभू के रहने वाले गुरुचरण सिंह पुत्र भगवान सिंह से संपर्क किया.