जयपुर में 1 लाख 8 हजार बार पढ़ी हनुमान चालीसा:7 घंटे एक साथ 1008 पंडितों ने किया पाठ, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ इवेंट

नापासर टाइम्स। जयपुर के एंटरटेनमेंट पैराडाइज (ईपी) में बड़े ही अनूठे और भव्य धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन हुआ। इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों से आए 1008 पंडितों ने एक साथ एक लाख 8 हजार हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके साथ एक ही छत के नीचे वेद मंत्रोच्चारण और 1008 बार सुंदरकांड का पाठ किया गया। आयोजकों का दावा है कि इस भव्य आयोजन को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।

कार्यक्रम के आयोजक जेकेजे ज्वेलर्स ग्रुप के डायरेक्टर जतीन मौसूण ने बताया- इस आयोजन में राजस्थान समेत देश के कई अलग-अलग भाषाओं के विद्वानों ने 1008 पंडितों के साथ 7 घंटे में एक लाख 8 हजार हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके साथ ही जेकेजे ग्रुप का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है।

*80 फीट के मंच पर भगवान राम का दरबार सजाया गया*

यह आयोजन जेकेजे ग्रुप के संस्थापक श्याम सुन्दर मौसूण के 70वें जन्मदिवस के अवसर पर किया गया। इसमें सुबह 11 बजे से सुंदरकांड का पाठ शुरू किया गया। उसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसके लिए 80 फीट के मंच पर भगवान राम का दरबार सजाया गया। साथ में भगवान गणेश को एक-एक किलो के 70 लड्डूओं का भोग भी लगाया गया। अनुष्ठान के दौरान दिनभर परिवार के सदस्यों ने हवन कुंड में एक लाख 8 हजार बार आहूतियां डाली।

*पोते ने दिया दादा को अनूठा उपहार*

आयोजक जतीन ने बताया- मेरे दादाजी पिछले 5 साल से प्रतिदिन 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ करते आ रहे हैं। इसे ही देखते हुए दादाजी को उनके 70वें जन्मदिवस पर यह खास और अनूठा आयोजन करने का आइडिया आया। फिर देश के अलग-अलग पंडितों से संपर्क कर उन्हें कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया।

जेकेजे ग्रुप के संस्थापक श्याम सुन्दर मौसूण ने बताया- मेरी पत्नी की तबीयत आज से 5 साल पहले खराब हो गई थी। कई डॉक्टरों से इलाज कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं मिल रहा था। ऐसे में मेरी हनुमान जी पर बहुत आस्था है। इस पर मैंने उसी दिन प्रण किया की हनुमान चालीसा का अब प्रतिदिन पाठ करूंगा। इससे धीरे-धीरे वह स्वस्थ हो गई। तब से लगातार प्रतिदिन मैं 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ करता आ रहा हूं। पोते जतीन ने मेरे जन्म दिवस पर बहुत ही अनूठा उपहार दिया है।

इस अनूठे आयोजन में जेकेजे ग्रुप की चार पीढ़ियां और लगभग 3000 से अधिक आमंत्रित गणमान्यजन इस अवसर पर एक साथ एक छत के नीचे उपस्थित रहे। परिवार के सदस्य राजकुमार, प्रमोद , राधे श्याम , श्री पुखराज, कैलाश, उपेंद्र, सुनील, अनिल, दीपक उपस्थित रहे।