नापासर टाइम्स। 1 जुलाई को बीकानेर से 17 साल की नाबालिग अचानक गायब हो जाती है। घरवाले उसे ढूंढते हैं, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगता ।
जांच में पता चलता है कि उस नाबालिग लड़की के साथ उसकी मुस्लिम महिला टीचर भी गायब है। इसके बाद इस पूरे घटनाक्रम का एंगल बदल जाता है और इसे लव जिहाद से जोड़कर प्रचारित किया जाता है।
बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ की इस घटना के विरोध में नाबालिग के परिजनों और इलाके के लोगों ने थाने का घेराव किया और आरोप लगाया कि स्कूल के मुस्लिम टीचर ने बच्ची को गायब कर दिया।
सोमवार 3 जुलाई को महिला टीचर और नाबालिग स्टूडेंट का एक वीडियो सामने आया। जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। ये वीडियो खुद टीचर और नाबालिग ने अपलोड किया है। वीडियो में वे कह रही हैं कि हम दोनों एक दूसरे से प्यार करती हैं और एक-दूसरे के बगैर जी नहीं सकती।
जाने पूरे मामले का इंवेस्टिगेट—-
घरवालों का आरोप- हमारी बेटी को गायब कर दिया
नाबालिग के पिता की ओर से श्रीडूंगरगढ़ थाने में दी रिपोर्ट के अनुसार- मेरी 17 साल की बेटी श्रीडूंगरगढ़ के एक प्राइवेट स्कूल में 12वीं क्लास की स्टूडेंट है। 1 जुलाई से स्कूल शुरू हो गए थे।
1 जुलाई को वह सुबह साढ़े सात बजे घर से स्कूल जाने का कहकर निकली थी। दोपहर में वह अक्सर 1 बजे तक घर आ जाती थी, लेकिन, उस दिन वह दोपहर बाद तक घर नहीं आई।
इस पर उसके साथ पढ़ने वाली छात्राओं से पूछा, लेकिन किसी को कुछ नहीं पता था। इसके बाद वो लोग स्कूल पहुंचे।
जब स्कूल में पता किया तो पता चला कि टीचर व काउंसलर नीधा बहलीम भी स्कूल में नहीं है और उससे कोई कॉन्टैक्ट भी नहीं हो पाया है।
टीचर पर आरोप- वह बदमाश किस्म की, बहकावे में लेती थी
परिजनों ने आरोप लगाया- नीधा बहलीम चालाक व बदमाश किस्म की लड़की है। उसने हमारी बेटी को बहकावे में ले लिया। नीधा के भाई जुनैद व नवेद व उसके परिवार वालों ने षड्यंत्र करके हमारे बेटी को गायब कर दिया है। इतना ही नहीं इस पूरे मामले में स्कूल का स्टाफ भी शामिल है। क्योंकि, बेटी के स्कूल में अनुपस्थित होने के बाद भी उन्होंने हम लोगों को सूचना नहीं दी।
परिवार के लोगों ने आरोप लगाया कि स्कूल भी नीधा के रिश्तेदार का है और इन सभी लोगों ने बेटी को बहला-फुसलाकर गायब कर दिया है।
और इसी रिपोर्ट के बाद विवाद बढ़ा और लव जिहाद का पिता की रिपोर्ट के बाद श्रीडूंगरगढ़ में स्थानीय लोग थाने पहुंचे। परिजनों के साथ मिलकर थाने में विरोध-प्रदर्शन किया।
रविवार सुबह से लोग श्रीडूंगरगढ़ थाने पहुंचने शुरू हो गए। शाम होते-होते तनाव बढ़ गया। आरोप लगाया गया कि नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर उसका धर्मांतरण करवाया जा रहा है। इसी मुद्दे पर अनेक संगठनों के प्रतिनिधि भी श्रीडूंगरगढ़ पहुंच गए थे।
बढ़ते तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
परिजनों की ओर से धर्मांतरण का मामला बताते हुए महिला टीचर और उसके दो भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। इधर, सोमवार को भी इस मुद्दे को लेकर विरोध जारी रहा। पुलिस की ओर से लड़की को बरामद नहीं करने से नाराज लोगों ने श्रीडूंगरगढ़ में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। सुबह से लोग सड़कों पर उतर आए और बाजार को बंद करना शुरू कर दिया।
विवाद बढ़ा तो दोनों ने वीडियो जारी कर किया सच का खुलासा । पढ़िए- वीडियो में दोनों ने क्या-क्या कहा …
नाबालिग : हमें पता चल गया है कि डूंगरगढ़ में दंगे हो रहे हैं। और आप सबको ऐसा लग रहा होगा कि इन्होंने (महिला टीचर) बहला फुसलाकर किडनैप किया है या फिर इनके घर वालों ने किडनेप किया है। ऐसा कुछ नहीं है।
टीचर : अल्लाह की कसम हम लोग अपनी मर्जी से आए हैं, मैं इसे बहला फुसलाकर नहीं लाई हूं। हम लोग खुद अपनी मर्जी से आए हैं। वहां पर फालतू में दंगे मत करो।
नाबालिग : फालतू के दंगे मत करो, लोगों की जान जाएगी। ये वीडियो देखकर अगर आपको ये लग रहा होगा कि इन्होंने मेरे से जबरदस्ती की है, लेकिन ऐसा नहीं है। सब की कसम खाकर बोल रही हूं, हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं। मैं कोई बेवकूफ थोड़ी हूं कि इनकी बातों में आ जाऊं। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं। ऐसा नहीं है कि इन्होंने बहला फुसला कर कुछ किया है।
नाबालिग : प्लीज हमें जीने दो। सॉरी मम्मी पापा, आपको इतना दुख दिया।
टीचर : सॉरी अम्मी, सॉरी पप्पा | सॉरी सबको।
नाबालिग : सॉरी सबको। आपको इतना रुलाया। इतनी तकलीफ दी आपको। और, अगर आपने ऐसे दंगे वगैरह किए तो हम… (लड़की चुप हो जाती है ।)
टीचर : खुश नहीं रह पाएंगे।
नाबालिग : हम लेस्बियन है, किसी और लड़के के साथ शादी नहीं कर सकते, तब हमने भागने का फैसला किया। और, इन्होंने कोई जबरदस्ती नहीं की है। खुद आई हूं। बहुत प्यार करती हूं। नहीं रह पाते। और अगर आप लोगों ने हमें पकड़ लिया तो हमारी जिंदगी खत्म हो जाएगी।
सॉरी वन्स अगेन। ऐसा कुछ भी नहीं है कि इन्होंने बहला फुसलाकर ये वीडियो बनाया है या फिर मुझे किडनैप किया है। और इनके घर वालों पर कोई केस मत करना। ये गलत नहीं है। ये बिल्कुल गलत है कि आप बिना सच्चाई जाने…।
बीच में टीचर बोलती है : जब मैं गलत ही नहीं हूं तो आप मेरे घर वालों के साथ क्यूं गलत कर रहे हैं।
नाबालिग : हां, ये गलत है। इन्होंने कुछ नहीं किया है। और ये किडनैपिंग का केस है ना…. (अस्पष्ट )
टीचर: सब झूठ है, हम लोग अपनी मर्जी से आए हैं। कोई छोटी बच्ची थोड़े हूं कि ये बहला फुसलाकर ले आएं। हम बहुत प्यार करते हैं। सॉरी, वी आर सॉरी ।
टीचर : मर जाएंगे, लेकिन रह नहीं पाएंगे।
नाबालिग : बस..। और मैं बार बार बोल रही हूं कि बहलाया फुसलाया नहीं है। मैं खुद मेरी मर्जी से आई हूं। (कुछ शब्द अस्पष्ट, इसके बाद) आप लोगों को बहुत तकलीफ भी हो रही है कि कैसे है? सेफ है या नहीं है?
टीचर : एकदम सेफ है और हम ध्यान से रह रहे हैं। बहुत खुश रहेंगे और रहने दो हमें ।
नाबालिग : एक बार फिर कह रही हूं कि इन्होंने कुछ नहीं किया है। इनके घर वालों पर कोई केस मत करो। प्लीज, कोई दंगे मत करो। किसी की जान नहीं जाए। प्लीज किसी की भी जान नहीं जाए। ट्रस्ट मी, इन्होंने
स्कूल संचालक की रिश्तेदार
श्रीडूंगरगढ़ के जिस स्कूल में ये लड़की पढ़ती थी और महिला टीचर की जॉब थी वह थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर है। ये स्कूल अब्दुल गफूर नामक व्यक्ति का है। बताया जा रहा है कि नीधा इसी स्कूल में टीचर के साथ काउंसलर थी। इसी दौरान नाबालिग उसके कॉन्टैक्ट में आई और दोनों के बीच जान पहचान होने लगी।
नाबालिग है लड़की
एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि लड़की साढ़े सत्रह साल की है। नाबालिग होने के कारण ही इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई है।