नापासर टाइम्स। लकड़ी के घर्षण से अग्नि प्रज्ज्वलित कर, वैदिक मंत्रोच्चार से गणेश का आह्वान, रंगो से सजाएं यंत्र, बांस से बनाया हवन स्थल, प्रकांड पंडितों द्वारा महामृत्युंजय यज्ञ का आयोजन, ये वर्णन है आज तोलियासर भैरव मंदिर में आयोजित हवन महापूजन का आज सुबह 9 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक चले हवन में बड़ी संख्या श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया। मुख्य यज्ञ आचार्य सुब्रमण्यम उपाध्याय ने संपन्न करवाया तथा मुख्य यजमान के रूप में सुरेन्द्र सेठिया पुत्र स्व. भीकमचंद सेठिया सपत्नीक हवन में बैठे। पुजारी अशोक कुमार ने बताया कि आचार्यों ने गणपति आह्वान एवं सभी 33 कोटि देवी देवताओं के आह्वान करने के साथ गुरु वंदन, गुरु पूजन एवं समस्त देवताओं का पूजन करने के पश्चात हवन का कार्य प्रारंभ किया।
पीपल की लकड़ी से अग्निमंथन कर यज्ञ प्रज्ज्वलित की, देखा नागरिकों ने
आजकल हवन की अग्नि प्रज्ज्वलित दीपक से की जाती है। परंतु तोलियासर में आयोजित भैरव हवन अग्निमंथन कर यज्ञ प्रज्ज्वलित की गई। आचार्य उपाध्याय ने बताया कि केवल साधक को ही ये अग्नि प्राप्त होती है। उन्होंने बताया कि चंडी हवन, नवग्रह हवन, कालभैरव हवन सहित अनेक बड़े हवन के लिए वैदिक रीति से अग्नि प्रज्ज्वलित जाती है। कायल की लकड़ी में पीपल की लकड़ी से अग्नि मंथन करने से अग्नि प्रज्ज्वलन होती है तभी अग्नि के वैदिक मंत्रो का पाठ किया जाता है। अग्नि के षोडससंस्कार करने के बाद हवन में आह्वान किया जाता है। उपाध्याय के साथ कार्तिक उपाध्याय, जगदीश उपाध्याय, रवि प्रकाश पुलके सहित पंडित शामिल हुए है।
बीकानेर से आएंगे कलाकार, अर्द्धनारीश्वर रूप में बाबा का होगा श्रृंगार |
श्री भैरवष्टमी के मौके पर तोलियासर का विशेष श्रृंगार होगा। भैरव भक्त मंडल के दीपक सेठिया ने बताया कि इस बार बीकानेर से आए विशेष पंडितों एवं कल् रों द्वारा रूद्रावतार भैंरूजी महाराज का भगवान रूद्र रीश्वर रूप में श्रृंगार किया जाएगा। इसके लिए श्रीडूंगरगढ़ विशेष स्वर्ण कलाकारों द्वारा पोशाक सिलवाई Ba जा रही है। इस पोशाक में वेलवेट के कपड़े का प्रयोग हो रहा है एवं सिलाई के साथ साथ हाथों से मोती, बूटी, नग की विशेष सजावट की जा रही है। भैरवाष्टमी महोत्सव के दौरान 15 नवम्बर की रात्रि को रूद्राभिषेक के बाद विशेष श्रृंगार किया जाएगा।
रक्तदान के लिए उत्साह, जागरण की तैयारियां शुरू
श्री भैरवाष्टमी के मौके पर आयोजित किए जा रहे महोत्सव के दौरान 16 नवम्बर को भैरव भक्त मंडल द्वारा रक्तदान शिविर एवं रात्रि जागरण का आयोजन भी किया जाएगा। बाबा के अवतरण दिवस के मौके पर मंदिर प्रांगण में बाबा के दर्शन करने के बाद रक्तदान के माध्यम से बाबा की श्रृद्धा में लोगों की जिंदगी बचाने को युवाओं में उत्साह है। मंदिर प्रांगण में होने वो रक्तदान शिविर में सुबह 9 बजे से 3 बजे तक संग्रहण किया जाएगा। वहीं इसी दिन रात को मन्दिर प्रांगण के बाहर रात्रि जागरण आयोजित किया जाएगा।