भाजपा में असंतोष की आग : लाहोटी समर्थकों का उग्र प्रदर्शन, शेखावत मिले, जोशी ने बात की

राजस्थान भाजपा के टिकट वितरण के साथ शुरू हुई असंतोष की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। जयपुर में विद्याधरनगर में दीयाकुमारी को टिकट देने के बाद भड़के नरपतसिंह राजवी को चित्तौड़गढ़ भेजकर विरोध शांत किया है वहीं अब सांगानेर से अशोक लाहोटी का टिकट करने से नाराज वैश्य समाज पहली बार सड़क पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करता नजर आया है। शुक्रवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर लाहोटी समर्थकों ने जमकर नारे लगाए। वैश्य समाज के प्रतिनिधियों-पदाधिकारियों ने भाजपा के साथ अपना जुड़ाव और पार्टी को अब तक दिया गया योगदान भी गिनाया। इसके साथ चेतावनी दी कि अगर भाजपा ने टिकट पर पुनर्विचार कर इस सीट से लाहोटी को नहीं उतारा तो समाज भाजपा का बायकाट करेगा।

 

वैश्य प्रतिनिधियों के दावें, उलाहने, तर्क:
प्रदर्शनकारियों में शामिल वैश्य प्रतिनिधियों ने समाज के योगदान को गिनाया। कहा –

  • सदैव शांत रहकर , GDP में सबसे ज्यादा योगदान करने वाला, 90% वोट भाजपा को देने वाला वैश्य समाज पहली बार सड़कों पर उतरकर भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन करने को मजबूर हुआ है।
  • जयपुर जिले में 7.30 लाख से ज्यादा वैश्य समाज के लोग हैं तथा 10 लाख लोग रोजगार से परिवार सहित वैश्य समाज से जुड़े हुए है।

 

  • भाजपा ने वैश्य समाज के स्थापित युवा नेता डॉ अशोक लाहोटी का सांगानेर से और मुकेश गोयल का कोटपुतली से टिकट काटकर हमारा प्रतिनिधित्व कम किया है।
  • अशोक लाहोटी ने पार्टी के विपरीत हवा में भी उलझी हुई सीट सांगानेर से 36000 मतों से जीत हासिल की थी।
    लाहोटी ने सड़क से लेकर सदन तक सभी जगह सक्रिय रहे और विपक्ष की भूमिका निभाई ।
  • सनातन धर्म और हिंदुत्व पर जयपुर में सबसे ज्यादा बोलने वाले सक्रिय नेता है। षडयंत्रपूर्वक टिकट काटकर राजनैतिक हत्या करना, संपूर्ण वैश्य समाज का अपमान है।
    दबाव में आई भाजपा : शेखावत मिले, जोशी ने बात की
    वैश्य समाज के प्रतिनिधि मंडल से केन्द्रीय मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने मुकालात की एवं प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी जी से फोन पर वार्ता भी हुई। इस दौरान उन्होनें शीर्ष नेतृत्व से प्रतिनिधित्व मंडल की मुलाकात करवाकर सकारात्मक निर्णय का आश्वासन दिया।
  • प्रदर्शन में ये रहे शामिल :
    इस दौरान वैश्य समाज द्वारा आयोजित प्रदर्शन में समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी एन.के. गुप्ता, ध्रुवदास अग्रवाल, गोपाल गुप्ता, राकेश गुप्ता, सुरेश कालानी, केदारमल भाला, किशन राठी, राकेश विजयवर्गीय, एस.पी. रस्तोगी, विष्णु विजयवर्गीय, सुरेश अग्रवाल, डी.पी. खंडेलवाल, सुभाष जैन, विष्णु जायसवाल, रामरतन श्रीमाल, जुगल डेरावाला, रमेश तुंगावाला, सत्यनारायण काबरा, पवन बजाज, सुभाष गोयल, रामशरण गुप्ता, प्रदीप बाहेती, विश्म्बर दयाल गुप्ता, मनीष गुप्ता, कमलबाबु जैन, बजरंग जाखोटिया, बजरंग बाहेती, कमल नानुवाल, उमेश सोनी सहित समाज के अन्य गणमान्य प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।