नापासर टाइम्स। बीकानेर के रतन बिहारी पार्क में अस्थायी रूप से बने लुधियाना ऊनी कपड़ों के बाजार में सोमवार की देर रात आग लग गई। आग इतनी ज्यादा फैली कि लाखों रुपए के कपड़े जलकर राख हो गए, जबकि एक दुकानदार भी जिंदा जल गया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
बताया जा रहा है कि रतन बिहारी पार्क के पास से बारातें निकली थी। इन्हीं बारातों में हो रही आतिशबाजी के बीच एक पटाखा लुधियाना ऊनी कपड़ों के मार्केट तक पहुंच गया। यहां ऊनी शॉल, स्वेटर, कपड़े इत्यादि लगे हुए थे। पटाखे के कारण एक दुकान में लगी आग देखते ही देखते पूरे मार्केट में फैल गई। एक दुकानदार रमजान अपनी दुकान में सो रहा था। जो आग की चपेट आ गया। वो बाहर भी नहीं निकल सका और जिंदा जल गया।
ऊन ने पकड़ी आग
इस मार्केट में अधिकांश दुकानें ऊन के बने स्वेटर व अन्य कपड़ों की है। आग संभवत: ऊन वाले सामान पर ही पहले लगी। जिससे तेजी से फैलते हुए आगे बढ़ गई। खुले मैदान में बने इस मार्केट में दुकानों के बीच पार्टिशन भी कपड़ों से ही किया गया है। कहीं-कहीं लकड़ी के बांस लगे हुए हैं। ऐसे में आग तेजी से फैलती चली गई।
करीब सौ दुकानें है मार्केट में
इस मार्केट में छोटी-बड़ी करीब सौ दुकानें है। लगभग सभी दुकानों तक आग पहुंची है और सभी को नुकसान हुआ है। ऐसे में मार्केट में लाखों रुपए के कपड़े जलकरराख हो गए। हालांकि कुछ दुकानदार एक करोड़ रुपए का सामान जलने का दावा कर रहे हैं। अधिकांश दुकानदार बीकानेर से बाहर के हैं और हर सर्दी में इसी मार्केट में बाजार लगाते हैं।
सुरक्षा उपकरण नहीं
खास बात ये है कि इन मार्केट में आग से बचने का कोई साधन नहीं था। यहां दुकान लगाने की अनुमति देने से पहले दुकानदार लिखित में सुरक्षा उपकरण लगाने के निर्देश भी देते हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। वहीं रात का समय होने के कारण भी आग तेजी से फैली क्योंकि किसी को अंदेशा ही नहीं था कि इतनी आग फैल जाएगी।