नापासर टाइम्स। बीकानेर में बारिश का ऐसा दौर शुरू हुआ है कि रेगिस्तान में बसे गांवों में पानी की नदियां नजर आ रही है। हालात ये है कि आधा दर्जन गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वहीं, श्रीकोलायत के कपिल सरोवर में पिछले दिनों नीचे उतरा पानी फिर निज मंदिर तक पहुंच गया है। जरूरत से ज्यादा बारिश ने किसानों की फसल भी चौपट कर दी है।
गुरुवार देर रात बीकानेर में बारिश शुरू हुई। करीब साढ़े तीन बजे बादलों ने बरसना शुरू किया। जो सुबह तक अनवरत जारी रहा। श्रीकोलायत में बारिश तेज हुई। कई घंटों तक लगातार पानी बरसने से गांवों और छोटे कस्बों में पानी सड़कों पर आ गया । दियातरा गांव की सड़कें रिया बन गई। दूर तक सिर्फ पानी ही पानी नजर आया। यहां सड़कों पर करीब एक फीट पानी था।
इसी कारण दोपहर तक बाजार बंद रखना पड़ा। दुकानों के अंदर तक पानी पहुंचने से भी नुकसान हुआ है। यहां कई कच्चे मकान गिरने की कगार पर है। वहीं गोविन्दसर में पानी निकालने के लिए जेसीबी का सहारा लेना पड़ा। जेसीबी मशीन से कटाव बनाकर पानी का मुंह मोड़ना पड़ा, नहीं तो गांव में पानी नुकसान पहुंचा सकता था।
गडियाला और सियाणा गांव में भी करीब तीन घंटे तक अनवरत बरसे बादलों ने धोरों की ऐसी प्यास बुझाई है कि रेत के बीच पानी की नदियां दिख रही है। यहां भी दूर तक पानी ही पानी नजर आ रहा है। बारिश के चलते गडियाला और सियाणा की मुख्य सड़कें भी काफी क्षतिग्रस्त हो गई है। पानी ने डामर सड़कों के साथ कच्ची सड़कों को भी तोड़ दिया है। ज्यादा पानी के कारण बहाव भी तेज था ।
बीठनोक और माधोगढ़ में पानी
श्रीकोलायत के बीठनोक और माधोगढ़ में भी लगातार बारिश हो रही है। बीठनोक के लगभग हर घर में पानी भार गया है। स्थिति ये है कि लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। पानी से गली-मोहल्ले सभी तर-बतर हो गए हैं। उधर, माधोगढ़ में भी ऐसे ही हालात है। पिछले दिन से यहां लगातार बारिश हो रही है। थोड़ी देर बारिश रुकती है, फिर शुरू हो जाती है। तेज बारिश के कारण किसानों की फसलें चौपट हो चुकी है। खेतों में भी फीट से ज्यादा पानी है।
सड़क पूरी तरह बंद
दियातरा, गडियाला और सियाणा सहित कई गांवों में सड़कों पर पानी जमा हो गया है। करीब दो फीट तक पानी के कारण इन मार्गों से निकलने वाली बसें भी आगे नहीं बढ़ पा रही है। ग्रामीण भी सड़कों पर है ताकि कोई हादसा नहीं हो।