नापासर टाइम्स। आज (9 दिसंबर) से पौष मास शुरू हो गया है। ये हिन्दी पंचांग का दसवां महीना है। ये महीना 6 जनवरी तक रहेगा। पौष मास में शीत ऋतु पूरे प्रभाव में होती है, इन दिनों में सूर्य पूजा करने की परंपरा है। पौष अमावस्या (23 दिसंबर) और पूर्णिमा (6 जनवरी) पर खासतौर पर किसी पवित्र नदी में स्नान करें और दान-पुण्य जरूर करें।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार पौष मास में सूर्य पूजा के साथ ही राशि अनुसार अलग-अलग चीजों का दान किया जाए तो अक्षय पुण्य मिल सकता है और जरूरतमंद लोगों की मदद हो सकती है। दान करें, लेकिन ध्यान रखें दान जरूरतमंद लोगों को ही करें। जो लोग पहले से समर्थ हैं, उन्हें दान देने से बचना चाहिए।
मेष- इन लोगों को मच्छरदानी, तिल का दान करना चाहिए।
वृष- ये लोग ऊनी यानी गर्म कपड़े खासतौर पर बच्चों को दान करें। गेहूं, चावल, मक्का, ज्वार आदि चीजों का दान करें।
मिथुन- इस राशि लोग काला कंबल और तिल के लड्डू दान करें।
कर्क- ये लोग जरूरतमंद व्यक्ति को साबूदाना, शहद का दान करें।
सिंह- सिंह राशि के लोग चने की दाल और घी का दान करें।
कन्या- इन लोगों को कंबल और ऊनी वस्त्रों का दान गरीब बच्चों को करें।
तुला- ये लोग तिल-गुड़, तिल का तेल और चावल का दान करें।
वृश्चिक- पौष मास में नियमित रूप से दूध, दही और तिल से बनी मिठाई का दान जरूर करें।
धनु- गायों की देखभाल करें। किसी गौशाला में गायों के लिए धन, हरी घास और अनाज का दान करें।
मकर- उड़द की दाल, सरसों तेल और राई का दान करें।
कुंभ- इन लोगों को काले तिल और तेल का दान करना चाहिए।
मीन- ये लोग गेहूं, कंबल, गुड़, चने की दाल का दान करें।