नापासर टाइम्स, बीकानेर। अखिल विश्व गायत्री तीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित चेतना जागरण एवं शक्ति संवर्धन हेतु 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में आज देशनोक कस्बे में श्रीकरणी गौशाला परिसर में विभन्न धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए गायत्री परिवार के जगजीत सिंह ने बताया कि आज सवेरे योगाभ्यास करवाया गया। फिर 24 कुण्डीय समरसता यज्ञ का आयोजन किया गया इसमें देशनोक कस्बे के सभी जाति बिरादरी के लोग सपत्नीक हवन में बैठे व्यासपीठ के निर्देशानुसार सभी यजमानों ने भक्ति भाव से हवन में आहुतियाँ दी इस महायज्ञ में आज 42 जोड़ें थे साथ में कुछ अन्य लोगों ने भी आहुतियां दी। शाम को 3 बजे से पण्डित सुरेश शर्मा ने प्रज्ञा पुराण की कथा का कही। आज की कथा में लोगो का भटकाव होने का मुख्य कारण अपनी संस्कृति से दूर होना बताया गया, जैसी परिस्थिति होती है भगवान वैसे ही आते हैं, विचार क्रांति के द्वारा लोगों के उद्धार के उपाय आदि प्रसंग सुनाए गए। कथा में पंडित देवश शर्मा, करणीदान जी ने अपने विचार रखे। सम्पूर्ण विश्व में शांति की मंगल कामना के साथ कथा का समापन आरती से हुआ।