नापासर टाइम्स।कांग्रेस पार्टी की पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शुरु हो गई है। इस अहम बैठक में राजस्थान के उम्मीदवारों की पहली सूची और मध्य प्रदेश-राजस्थान के बचे हुए 146 नामों की घोषणा हो सकती है। कांग्रेस मुख्यालय में हो रही बैठक पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अगुवाई में चल रही है। इसमें सभी राज्यों के बड़े नेता मौजूद है।
कांग्रेस ने 15 अक्टूबर को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के लिए 229 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। इनमें मध्यप्रदेश की 230 में से 144, छत्तीसगढ़ की 90 में से 30 और तेलंगाना की 119 में से 55 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। 16 अक्टूबर को मिजोरम की 40 में से 39 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था। अब तक 200 सीटों वाली राजस्थान की कोई लिस्ट नहीं आई है। बुधवार को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति में राजस्थान की 200, मध्य प्रदेश की 86, छत्तीसगढ़ की 60, तेलंगाना की 64 और मिजोरम की बची हुई एक सी पर नाम तय होा है। पार्टी के नेता पांच राज्यों की 411 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों पर मंथन करेंगे।
*पहली सूची में राजस्थान के 106 उम्मीदवारों की घोषणा संभव*
सूत्रों के अनुसार, राजस्थान की स्क्रीनिंग कमेटी ने करीब 100 सीटों पर सिंगल नामों का पैनल केंद्रीय चुनाव समिति के सामने रखा है। स्क्रीनिंग कमेटी के पैनल पर केंद्रीय चुनाव समिति मंथन किया है। बैठक के बाद अब कभी भी करीब 106 कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की जा सकती है। पहली लिस्ट में बिना विवाद वाली सीटों पर उम्मीदवार तय हो जाएंगे। इनमें सरदारपुरा से सीएम अशोक गहलोत, लक्ष्मणगढ़ (सीकर) से प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, टोंक से सचिन पायलट, नाथद्वारा से डॉ. सीपी जोशी, बायतु से हरीश चौधरी, केकड़ी से रघु शर्मा, जहाजपुर से धीरज गुर्जर, सलूंबर से रघुवीर मीणा जैसे दिग्गज नेताओं के नाम है। इसके अलावा जो नेता लगातार जीत रहे उनके नाम भी इस सूची में शामिल होंगे।
सूत्रों ने बताया कि, इस लिस्ट में सर्वे में कमजोर आए मौजूदा विधायकों के टिकट कटने की संभावना है। ऐसे करीब 15 विधायक है जिनका पार्टी टिकट काट सकतीहै। सीएम अशोक गहलोत ने स्क्रीनिंग कमेटी से लेकर हर स्तर पर ज्यादातर सीटों पर मौजूदा विधायकों को टिकट देने की पैरवी की। गहलोत ने कल भी कहा था कि विधायकों की वजह से ही काम हुए हैं और केवल आरोप लगाने से कुछ नहीं होता है, इसके आधार पर उनका नाम कैसे काट सकते हैं।
राजस्थान की बैठक के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी नाराज़ नज़र आए। सीईसी की बैठक में सिंगल पैनल नाम लाने पर राहुल बेहद नाराज दिखे। बैठक में उन्होंने कहा, वही घिसे पीटे चेहरे सिंगल पैनल लाने का क्या फायदा। नए नाम क्यों नहीं है शामिल, मेरे पास है सारी रिपोर्ट। नए चेहरों को प्राथमिकता दिया जाना चाहिए