चारे से ओवरलोड भरी गाड़िया दौड़ रही है सड़को पर दिन-रात,लूणकरणसर क्षेत्र में हुए हादसे में तीन युवकों ने गंवाई जान

नापासर टाइम्स। इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रो की सड़कों सहित हाइवे रोड़ पर चारे से भरी ट्रेक्टर ट्रॉलियां और पिकअप गाड़िया बहुतायत में चल रही है जिनसे हादसे भी हो रहे है,इन पिकअप गाड़ियों में दो गाड़ी से ज्यादा चारा भरा जाता है जिससे पूरी सड़क अवरूद्व हो जाती है जिससे दूसरे वाहनो को परेशानी उठानी पड़ती है,ऐसी ही एक चारे से भरी पिकअप के कारण आज लूणकरणसर क्षेत्र में तीन युवकों ने अपनी जान गवां द

चारे की पिकअप के कारण हादसा

बताया जा रहा है कि मौके पर दो पिकअप गाड़ियां खड़ी थी। इसी कारण ट्रेक्टर और बाइक सवार दोनों को कोई भी नजर नहीं आया। ऐसे में दोनों आमने-सामने टकरा गए। आमतौर पर ऐसी गाड़ियां सड़क किनारे खड़ी करके ड्राइवर इधर-उधर चले जाते हैं। गाड़ी की साइज से दो गुना ज्यादा सामान भरा जाता है, जिससे सामने वाला नजर नहीं आता।

लूणकरनसर में ईंट भट्टों पर काम करने वाले तीन मजदूर बाइक पर जा रहे थे, तभी सामने से आ रहे ट्रेक्टर ने जबर्दस्त टक्कर मार दी। तीनों दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सड़क पर चारे से भरी दो पिकअप खड़ी थी। इसी कारण सामने से आ रहा ट्रक नजर नहीं आया। लूणकरनसर के चक 264 के पास हरियासर गांव में ईंट का भट्टा है। इसी भट्टे पर हनुमानगढ़ के पीलीबंगा निवासी तीन दोस्त काम करते हैं। बुधवार को अमावस्या के कारण अवकाश था, ऐसे में तीनों दोस्त लूणकरनसर घर का सामान लेने पहुंच गए। वापसी के दौरान इनकी सामने से आ रहे ट्रेक्टर से टक्कर हो गई। बाइक पर सवार राजू पुत्र बृजलाल नायक, मदन लाल पुत्र चौथराम मेघवाल और श्योपत पुत्र बृजलाल नायक की मौके पर ही मौत हो गई। राजू और श्योपत सगे भाई थे। इन तीनों के ऊपर से ट्रेक्टर निकल गया, ऐसे में तीनों दूर-दूर सड़क पर गिरे मिले। आसपास के लोग अस्पताल भी लेकर गए लेकिन तीनों मृत थे। अब तीनों की बॉडी लूणकरनसर अस्पताल में रखी गई है, जहां तीनों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।