सरदारशहर में कांग्रेस का गढ़ फतह करने बीजेपी का ‘महा-मिशन’, वसुंधरा राजे समेत 40 नेताओं की फ़ौज पर दारोमदार

नापासर टाइम्स। चूरू ज़िले की सरदारशहर विधानसभा सीट जीतने के लिए भाजपा ने अपना पूरी ताकत लगाई हुई है। कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर जीत हासिल करने के पार्टी अपने 40 वरिष्ठ नेताओं को बतौर ‘स्टार प्रचारक’ चुनाव प्रचार अभियान में उतारने जा रही है। केंद्रीय संगठन से हरी झंडी मिलने के बाद इन नेताओं की सूची जारी कर दी गई है। इन नेताओं पर सरदारशहर सीट में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में वोट अपील करने और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने से लेकर जीत दिलाने तक की ज़िम्मेदारी रहेगी।

गौरतलब है कि 5 दिसंबर को सरदारशहर उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है। चुनावी आंकड़ों पर गौर करें तो सरदारशहर विधानसभा सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, यही वजह है कि 2013 में प्रचंड मोदी लहर के बावजूद भी सरदारशहर सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। ऐसे में बीजेपी के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या इस बार बीजेपी कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब हो पाएगी या नहीं।

दरअसल इसकी एक वजह ये भी है की सरदारशहर सीट पर अब तक 15 चुनाव हो चुके हैं जिनमें से कांग्रेस पार्टी 9 बार इस सीट पर कब्जा कर चुकी है। बीजेपी सिर्फ दो ही बार सरदार शहर सीट पर चुनाव जीत पाई है। ऐसे में बीजेपी के सामने कांग्रेस के किले को भेद पाना आसान काम नहीं होगा।

*केंद्रीय स्तर तक के नेता शामिल*

सरदारशहर विधानसभा सीट निकालना भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस एकमात्र सीट पर उपचुनाव में प्रचार के लिए पार्टी ने 40 ‘स्टार प्रचारकों’ की सूची में 4 केंद्रीय मंत्री, 8 सांसद, 4 विधायक, 3 पूर्व मंत्री और दो केंद्रीय पदाधिकारियों को शामिल किया है।

*वसुंधरा राजे भी करेंगी प्रचार*

सरदारशहर सीट पर प्रचार अभियान के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी शामिल किया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अन्य नेताओं के साथ राजे भी सरदारशहर पहुंचकर पार्टी प्रत्याशी अशोक पिंचा के समर्थन में वोट अपील करती नज़र आएँगी।

*ये है 40 नेताओं की ‘फ़ौज’*

सरदारशहर में विधानसभा उपचुनाव के लिए जारी हुई सूची में प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, पूर्व सीएम व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश सह-प्रभारी विजया रहाटकर, वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश माथुर, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, सांसद राजेंद्र गहलोत, कनक मल कटारा, सीपी जोशी, दीया कुमारी, किरोड़ी लाल मीणा, घनश्याम तिवारी, राहुल कसवा, नरेंद्र खींचड़, राष्ट्रीय सचिव अलका सिंह गुर्जर, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, मदन दिलावर, प्रभु लाल सैनी, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, माधोराम चौधरी, प्रदेश कोषाध्यक्ष पंकज गुप्ता, युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा, महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष अलका मूंदड़ा, अनुसूचित जाति मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष कैलाश मेघवाल, जिलाध्यक्ष धर्मवीर पुजारी के अलावा रामगोपाल सुथार, पूर्व सांसद रामसिंह कस्वा, विधायक अभिनेश महर्षी, बिहारीलाल बिश्नोई, बलबीर लूथरा, निर्मल कुमावत, पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण और वरिष्ठ नेता मोहन मोरवाल का नाम शामिल है।

*4 बार चंदनमल बैद और 6 बार भंवर लाल शर्मा रहे विधायक*

सरदार शहर सीट पर विधानसभा चुनाव में दिलचस्प बात तो यह है कि कांग्रेस के दिग्गज विधायक रहे चंदनमल बैद चार बार और भंवरलाल शर्मा 6 बार यहां से विधायक रहे। हालांकि भंवर लाल शर्मा चार बार कांग्रेस एक बार जनता दल और एक बार लोकदल से विधायक रहे हैं।

*1985 में पहली बार विधानसभा पहुंचे थे भंवरलाल शर्मा*

कांग्रेस के दिग्गज विधायक रहे भंवरलाल शर्मा पहली बार 1985 में लोकदल के टिकट पर सरदारशहर से चुनाव जीतकर विधायक बने थे। उसके बाद 1990 में भंवरलाल शर्मा जनता दल के टिकट पर विधायक चुने गए और 1998 में कांग्रेस ज्वाइन करके कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए, जिसके बाद शर्मा 1998, 2000, 2013 और 2018 में भी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते।

*एक-एक बार यह भी रहे विधायक*

वहीं 1967 में आर सिंह निर्दलीय चुनाव जीतकर विधायक बने। हजारीमल जेएनपी के टिकट पर 1976 में विधायक बने और कांग्रेस के नरेंद्र बुडानिया 1993 में इस सीट से विधायक चुने गए थे। वहीं बीजेपी के अशोक कुमार पींचा 2008 में इस सीट से विधायक चुने गए थे।