राजस्थान में भी मुख्यमंत्री को लेकर चौंकाएगी भाजपाः सामान्य वर्ग से या महिला चेहरा हो सकता CM, वसुंधरा राजे की संभावनाएं घटीं

    नापासर टाइम्स। अब सिर्फ राजस्थान में मुख्यमंत्री का चेहरा सामने आना बचा है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में जिस तरह चौंकाने वाले नाम सामने आए हैं, उसी तर्ज पर यहां भी नए चेहरे को मौका मिलने की संभावना है। राजस्थान में भी मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ फॉर्मूला अपनाए जाने के संकेत मिले हैं। प्रदेश में अब सामान्य वर्ग से मुख्यमंत्री बनाने के आसार हैं। साथ ही, महिला चेहरे को भी मौका दिया जा

    सकता है। उधर, अब तक रेस में सबसे आगे चल रही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की संभावनाएं कम हो गई हैं। इसका प्रमुख कारण दोनों राज्यों में पुराने सीएम को बदलना है।

    मंगलवार दोपहर बीजेपी मुख्यालय में विधायक दल की बैठक में नए सीएम के नाम की घोषणा हो जाएगी। छत्तीसगढ़ में आदिवासी और मध्य प्रदेश में OBC चेहरा दिया गया है। इसलिए अब बीजेपी अपने कोर वोट बैंक सामान्य वर्ग (ब्राह्मण, वैश्य, राजपूत) वर्ग से या महिला के तौर पर किसी को राजस्थान की जिम्मेदारी सौंप सकती है। दोनों राज्यों के पैटर्न से यह भी संकेत मिल रहे हैं कि गैर विधायक को संभवत: मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा।

    दोनों राज्यों के पैटर्न के बाद नए दावेदारों की एंट्री

    दोनों राज्यों का पैटर्न सामने आने के बाद अब सियासी हलकों में नए दावेदारों की एंट्री हो गई है। सामान्य वर्ग के चेहरों को मौका मिलने की संभावनाएं बन गई हैं। पार्टी कोर वोट बैंक को साधने के लिए सामान्य वर्ग के नए चेहरे पर दांव खेल सकती है।

    विधायक : दीया कुमारी, राज्यवर्धन राठौड़, वासुदेव

    गैर विधायक : सीपी जोशी, गजेंद्र सिंह शेखावत, ओम माथुर, सुनील बंसल, प्रकाश चंद्र गुप्ता

    अन्य कुछ नाम : अश्विनी वैष्णव, जोगेश्वर गर्ग

    नए चेहरे के लिए पहले से संकेत, पहली बार बिना चेहरा घोषित किए चुनाव लड़ा

    बीजेपी ने नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने के संकेत चुनाव से पहले ही मिल गए थे। बीजेपी ने पहली बार बिना सीएम चेहरा घोषित किए पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा। अब तक बीजेपी सीएम चेहरा पहले से घोषित करती रही थी, लेकिन राजस्थान में सामूहिक लीडरशिप में मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा। पहले भैरोसिंह शेखावत की अगुवाई में चुनाव लड़े जाते थे। वे सीएम चेहरा होते थे। 2003 से 2018 तक के हर चुनाव में वसुंधरा राजे चेहरा थीं। पहले चेहरा घोषित नहीं करने को नए चेहरा लाने के संकेत के तौर पर ही देखा गया था।

    20 साल बाद रिवाज बदल जाएगा, जनरेशन शिफ्ट होगी

    राजस्थान में नए चेहरे को सीएम बनाकर बीजेपी हाईकमान 20 साल पुराना पैटर्न और रिवाज बदलने की तैयारी में है। बीजेपी हाईकमान राजस्थान में सीएम लीडरशिप के लेवल पर जनरेशन शिफ्ट की तरफ बढ़ रहा है। वसुंधरा राजे 2003 से राजस्थान में बीजेपी का चेहरा मानी जाती रही हैं। इस बार नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने से चेहरा, रिवाज और पैटर्न तीनों बदल जाएंगे।

    दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला अपनाया जा सकता है

    राजस्थान में बीजेपी मध्य प्रदेश की तर्ज पर दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला अपना सकती है। इसके लिए सीएम पद की दौड़ में माने जाने वाले नेताओं को मौका दिया जा सकता है। ऐसे में इस सूची में बालकनाथ, किरोड़ी मीणा का नाम शामिल है।