भाजपा नेता ने चुनाव आयोग को शिकायत की, गोविंदराम का नामांकन खारिज करने की मांग

    नापासर टाइम्स।  नामांकन के साथ ही बीकानेरी में चुनावी जंग परवान चढ़ने लगी है। भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल और कांग्रेस के गोविंदराम की सीधी टक्कर वाले इस लोकसभा क्षेत्र में दोनों पक्षों ने अपने हथियार आजमाने शुरू कर दिये हैं। गोविंदराम जहां लगातार तीन बार सांसद रहे अर्जुनराम पर बीकानेर में एक भी काम नहीं करवा पाने का आरोप लगा रहे हैं वहीं अर्जुनराम ने भी इस बार मुंहतोड़ जवाब देना शुरू किया है। साफ कहा है ‘काम सांमी पड़िया है, बीं नै दिखै कोनी काईं’।

    नामांकन में मुकदमे की जानकारी नहीं देने का आरोप:
    इन सबके बीच अब गोविंदराम पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने नामांकन पत्र में दाखिल करते समय तथ्य छिपाये हैं। अपने खिलाफ हुए मुकदमे की जानकारी नहीं दी है। भाजपा नेता विजेन्द्रपालसिंह ने चुनाव आयोग को इसकी शिकायत की है। आरोप लगाया है कि गोविंदराम के खिलाफ बीकानेर के जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में कई आपराधिक मामले लंबित हैं।

    इन्होंने 27 मार्च को दाखिल किये गए नामांकन पत्र में इनका ब्यौरा नहीं दिया है जो कि निर्वाचन आयोग के नियमों के खिलाफ है। विजेन्द्रपालसिंह ने इस आधार पर गोविंदराम का नामांकन खारिज करने की मांग की है। उनका कहना है कि यह शिकायत बीकानेर निर्वाचन अधिकारी, राज्य निर्वाचन आयोग और केन्द्रीय निर्वाचन आयोग को भेजी है।

    अशोक प्रजापत-चतुर्भज सारस्वत ने भी की शिकायत:
    भाजपा जिला प्रवक्ता एडवोकेट अशोक प्रजापत और भाजपा विधि प्रकोष्ठ संयोजक एडवोकेट चतुर्भुज सारस्वत ने भी जिला निर्वाचन अधिकारी बीकानेर, राज्य निर्वाचन अधिकारी राजस्थान को लिखित में शिकायत की है। आरोप है कि गोविंदराम मेघवाल ने अपने शपथ पत्र में आपराधिक मामले शून्य होना बताया है। इन भाजपा नेताओं खुद गोविंदराम द्वारा हाई कोर्ट में मुकदमों के संबंध में एक आवेदन किये जाने की जानकारी भी दी है। मांग की है, तथ्य छिपाना निर्वाचन आयोग के नियमों के खिलाफ है इसलिये नामांकन खारिज किया जाये।